कपिल मिश्रा,शिवपुरी। शहर के एक निजी स्कूल ने 7 बच्चों के साथ धोखाधड़ी कर उनके भविष्य को दांव पर लगा दिया है। स्कूल प्रबंधन ने वर्षभर की स्कूल फीस के नाम पर पैसे ऐंठ लिए और जब छात्रों की परीक्षा का समय आया तो स्कूल प्रबंधक ने हाथ खड़े कर दिए।

दरअसल विवेक पाण्डेय, मोनू रावत, शिवानी भार्गव, दीप्ती सेन और मनीषा कुशवाह सुुशील मोन्टेसरी स्कूल से हायर सेकेंडरी स्कूल से अध्ययनरत थे। जहां स्कूल प्रबंधन द्वारा सभी प्रकार के शिक्षण शुल्क छात्र छात्राओं से वसूल लिए गए। जब एग्जाम का समय आया तो छात्र छात्राओं ने एक्जाम हॉल एडमिट कार्ड और रोल नंबर की मांग की। इस पर स्कूल प्रबंधन का जवाब सुनकर विद्यार्थियों के पांव तले की जमीन खिसक गया। प्रबंधन द्वारा कहा गया कि उनका हायर सेकंडरी स्कूल का फॉर्म भरा नहीं गया है लिहाजा एडमिट कार्ड नहीं मिलेगा।

शिक्षा अधिकारी का गैर जिम्मेदाराना जवाब
जब इसकी शिकायत छात्र छात्राओं द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी संजय श्रीवास्तव से की, तो उनका कहना था अशासकीय स्कूल ने बच्चों के साथ इस प्रकार का कृत्य किया है। बच्चों को पुलिस में इसकी शिकायत करनी चाहिए। बहरहाल शिक्षा विभाग होने वाले हायर सेकंडरी के एक्जाम में कुछ नहीं कर सकता। बच्चों को देख परख के स्कूल में दाखिला लेना चाहिए था। इस गलती के लिए सबसे ज्यादा बच्चे जिम्मेदार हैं।

मामले को जांच में लिया
छात्र-छात्राओं ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत सिटी कोतवाली में दर्ज कराई हैं। वहीं सिटी कोतवाली थाना प्रभारी सुनील खेमरिया का कहना है कि छात्र-छात्राओं के साथ धोखाधड़ी करने का शिकायती आवेदन प्राप्त हुआ है। स्कूल प्रबंधक की जांच शुरू कर दी। तथ्यों की प्रमाणिकता के बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया जाएगा।

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