ग्रेटर नोएडा . एनसीआरटीसी ने दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट तक रैपिड रेल के दो रूट सुझाए हैं. न्यू अशोक नगर से नोएडा एयरपोर्ट और गाजिबयाद से नोएडा एयरपोर्ट तक रैपिड रेल चल सकती है. न्यू अशोक नगर वाले रूट में दूरी और स्टेशन कम हैं. जबकि दूसरे रूट में दूरी और स्टेशनों की संख्या अधिक है.

एनसीआरटीसी ने गाजियाबाद से एयरपोर्ट वाले रूट को बेहतर बताया है. यमुना प्राधिकरण पहले रूट को प्राथमिकता दे रहा है. अब मुख्य सचिव के साथ बैठक के बाद रूट तय करेगा. उत्तर प्रदेश शासन के आदेश पर यमुना प्राधिकरण ने नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) से रैपिड रेल की फिजबिलिटी रिपोर्ट बनवाई है. इससे पहले दिल्ली-नोएडा एयरपोर्ट के बीच रैपिड रेल चलाने के लिए तीन विकल्प दिए. ये तीनों रूट गाजियाबाद से ग्रेनो वेस्ट होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक प्रस्तावित किए गए थे.

यीडा ने इन रूटों असहमति जताते हुए दिल्ली से नोएडा-ग्रेटर नोएडा होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक रूट की रिपोर्ट मांगी थी. अब एनसीआरटीसी ने अपनी फिजबिलिटी रिपोर्ट सौंप दी है. इसमें रैपिड रेल के लिए दो रूट बताए गए हैं.

गाजियाबाद रूट पर मिलेंगे अधिक यात्री एनसीआरटीसी ने न्यू अशोक नगर से नोएडा एयरपोर्ट के लिए सीधे रैपिड रेल ठीक नहीं बताया है. इस रूट पर कम यात्री मिलेंगे, जो परियोजना के लिए ठीक नहीं होगा. एनसीआरटीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि न्यू अशोक नगर से नोएडा एक्सप्रेसवे के माध्यम से नोएडा एयरपोर्ट तक का ट्रैक सवारियों को आकर्षित नहीं कर सकता है. क्योंकि यह कुछ दूरी तक ब्लूलाइन मेट्रो के समानांतर चलता है और बाद में एक्वालाइन के समानांतर चला जाता है.

इसके बजाय, एनसीआरटीसी ने गाजियाबाद से ग्रेनो वेस्ट होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक वैकल्पिक मार्ग को बेहतर बताया है. हालांकि यमुना प्राधिकण ने दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट को सीधे जोड़ने के अपने सुझाव पर जोर दिया है.

न्यू अशोक नगर से चलाने की तैयारी

रैपिड रेल को न्यू अशोक नगर से चलाने की तैयारी है. यमुना प्राधिकरण को फिजबिलिटी रिपोर्ट मिल गई है. अब प्राधिकरण मुख्य सचिव के साथ बैठक कर रूट तय करेंगे ताकि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनवाई जा सके. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में नोएडा एयरपोर्ट से दिल्ली को मेट्रो के जरिये जोड़ने के प्रस्ताव को लागत अधिक होने से खारिज किया गया था.

एनसीआरटीसी ने रैपिड रेल की फिजबिलिटी रिपोर्ट दे दी है. इसमें दो रूट बताए गए हैं. न्यू अशोक नगर से नोएडा एयरपोर्ट वाला रूट बेहतर रहेगा. अब शासन में बैठक के बाद रूट तय किया जाएगा. इसके बाद डीपीआर बनेगी.

– अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण