दिल्ली की जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर ने अब एक नई इच्छा जाहिर की है. वो अयोध्या राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के लिए 11 किलो सोने और 101 हीरों से जड़ा मुकुट दान करना चाहता है. इसके लिए उसने जेल से एक पत्र लिखा है और मूर्ति दान करने की अनुमति मांगी है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रमुख को लिखी दो पेजों की इस चिट्ठी में उसने लिखा है कि वो रामलला की मूर्ति के लिए एक मुकुट दान करना चाहता है.
सुकेश ने चिट्ठी में लिखा है कि वो अपने सामर्थ्य अनुसार दान कर रहा है. उसने बताया कि वो यहां जिस मुकुट की बात कर रहा है वो 11 किलो के 916 कैरेट सोने से बना है. इसके साथ ही ये मुकुट 101 हीरों से जड़ा हुआ है और हर एक हीरे का वजन 5 कैरेट है. सुकेश चंद्रशेखर ने चिट्ठी में बताया है कि वो और उसका परिवार भगवान श्री राम के बहुत बड़े भक्त हैं और उनके लिए ऐसा मुकुट दान करना उनका सपना सच होने जैसा है. उसने कहा, हमारे पास आज जो कुछ भी है, वो भगवान राम के आशीर्वाद से है. ऐसे में हमारा छोटा सा योगदान इस महान मंदिर का हिस्सा बनेगा, ये हमारे लिए बहुत बड़ा आशीर्वाद है.
किसने बनाया मुकुट?
सुकेश ने इस चिट्ठी में मुकुट बनाने वाले ज्वेलर के बारे में भी बताया है और कहा कि उसके खास निर्देशों के मुताबिक ही इस मुकुट को डिजाइन किया गया है. सुकेश के मुताबिक सन 1900 से ज्वेलरी बनाने का काम कर रहे दक्षिण भारत के एक ज्वेलर ने ये शानदार मुकुट तैयार किया है.
कौन सौंपेगा मुकुट?
इस चिट्ठी के मुताबिक सुकेश के वकील ट्रस्ट को ये मुकुट उनकी ओर से दान करेंगे. सुकेश ने कानूनी सलाहकार अनंत मलिक और स्टाफ सदस्य को इसकी जिम्मेदारी दी है. वो इससे जुड़ी हर जरूरी चीज जैसे बिल, प्रमाण पत्र और कानूनी औपचारिकताओं का ध्यान रखेंगे.