नई दिल्ली . सुनीता केजरीवाल ने पहली बार दिल्ली के विधायकों की बैठक ली है. आम आदमी पार्टी के विधायक उनसे मिलने सरकारी आवास में पहुंचे. इस दौरान सभी विधायकों ने एक ही बात कही वो ये कि केजरीवाल किसी भी कीमत पर सीएम पद से इस्तीफा न दें.

सुनीता केजरीवाल से मिलने आतिशी, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, गोपाल राय समेत कई विधायक पहुंचे. 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 62 विधायक हैं. अन्य 8 विधायक भाजपा के हैं. सूत्रों के मुताबिक आप विधायकों ने सुनीता केजरीवाल से कहा कि दिल्ली की 2 करोड़ जनता केजरीवाल जी के साथ खड़ी है. किसी भी कीमत पर केजरीवाल इस्तीफा न दें और दिल्ली की सरकार जेल से चलाएं. बैठक में शामिल होने पहुंचे एक आप विधायक ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त कहा, ‘यह बैठक मौजूदा परिस्थियों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है, क्योंकि भाजपा आप नेताओं को गिरफ्तार कर  विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है.’ 

यह बैठक ऐसे समय पर बुलाई गई जब कुछ घंटे पहले ही दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने दावा किया कि भाजपा उनके अलावा सौरभ भारद्वाज, एमपी राघव चड्ढा और विधायक दुर्गेश पाठक को गिरफ्तार करवा सकती है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोपों को निराधार बताते हुए खंडन किया. सचदेवा ने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल समेत पूरी आम आदमी पार्टी और इसके नेता शराब घोटाले में शामिल हैं. जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही आप नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं. सभी पर कार्रवाई होगी.’

सुनीता केजरीवाल और विधायकों की बैठक को लेकर सचदेवा ने कहा, ‘आम आदमी पार्टी में सत्ता संघर्ष चल रहा है. कोई किसी पर भरोसा नहीं करता है. कल कोर्ट में केजरीवाल ने आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम एक्सपोज किया. अप्रत्यक्ष रूप से और धीरे-धीरे सुनीता केजरीवाल पार्टी को नियंत्रण में लेने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि वह जानती हैं कि अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार किया है और जेल से बाहर आने का उनका  चांस जीरो है.’ आम आदमी पार्टी के कई नेता पिछले कई महीनों से दावा करते रहे हैं कि केजरीवाल के जेल जाने के बाद दिल्ली की नई मुख्यमंत्री सुनीता केजरीवाल बनेंगी. केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद सुनीता काफी सक्रिय हो गईं हैं . ऐसे में भाजपा नेता कह रहे हैं कि उनकी ओर से किया गया दावा सच होने जा रहा है.   

बता दें कि आबकारी नीति मामले में कथित अनियमितताओं के आरोप में सीएम केजरीवाल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. ऐसे में अब सवाल उठने लगा कि सीएम केजरीवाल जेल से आखिरी कैसे सरकार चलाएंगे. सूत्रों ने बताया कि सुनीता केजरीवाल द्वारा आने वाले दिनों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की संभावना है. रविवार को उन्होंने रामलीला मैदान में ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की.