रायपुर. तमिल फिल्मों के महानायक रजनीकांत 31 दिसंबर को बड़ा ऐलान करने वाले हैं. अपने प्रशंसकों के बीच ‘थलाइवा’ नाम से मशहूर रजनीकांत को उनके प्रशंसक भगवान का दर्जा देते हैं. लंबे अरसे से तमिलनाडु में रजनीकांत के राजनीति में आने की चर्चा चल रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी करीबी के चलते रजनीकांत भाजपा को तमिलनाडु में खड़ा करने में सहयोग दे सकते हैं.

गौरतलब है कि अभी तमिलनाडु में द्रमुक और अन्नाद्रमुक ही सत्ता की बागडोर संभालते रहे हैं. अपनी विनम्रता और अभिनय के बूते पर रजनीकांत की तगड़ी फैन फालोइंग है. रजनी के राजनीति में आने की चर्चा काफी लंबे अरसे से चल रही है लेकिन उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि वे अपने भावी कदम के बारे में 31 दिसंबर को खुलासा करेंगे. अगर रजनीकांत राजनीति में इंट्री मारते हैं तो ये तमिलनाडु के स्थापित राजनीतिक दलों के लिए खतरे की घंटी होगा.

ऐसा माना जा रहा है कि रजनीकांत उस दिन अपनी नई पार्टी के नाम का एलान भी कर सकते हैं या फिर किसी पार्टी विशेष के पक्ष में अपने समर्थकों से अपील भी जारी कर सकते हैं. गौरतलब है कि तमिलनाडु में लंबे अरसे से रजनीकांत को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा उनके समर्थक कर रहे हैं. ये रजनीकांत की लोकप्रियता का ही असर है कि लगभग सभी राजनीतिक दलों ने अपने साथ जुड़ने के लिए रजनीकांत को न्यौता दिया लेकिन रजनी ने विनम्रता से सारे राजनीतिक दलों के आफर को अस्वीकार कर दिया.

वैसे तमिलनाडु में अभी तक अपना खाता तक न खोल सकी भाजपा लंबे अरसे से रजनीकांत को अपने साथ जोड़ने के लिए प्रयास कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक कई बार रजनीकांत के साथ मुलाकात कर चुके हैं. फिर भी ‘थलाइवा’ उर्फ रजनीकांत ने अभी तक अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर चुप्पी साधी हुई है. देखना है कि 31 दिसंबर को रजनीकांत अपने समर्थकों को कौन सी सौगात देते हैं. फिलहाल राजनीतिक पंडितों और रजनी समर्थकों की नजरें 31 दिसंबर के रजनीकांत के फैसले पर टिकी हैं. देखना है रजनी कौन सा धमाका इस बार करते हैं.