लक्ष्मी बंसोड़, बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद में अंधविश्वास के नाम पर चल रही एक बड़ी ठगी का मामला सामने आया है, जहां ‘इंद्रजाल’ और ‘गड़ा धन’ निकालने का लालच देकर तीन ग्रामीणों से 7 लाख रुपये से अधिक की ठगी की गई. बालोद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

गड़ा धन निकालने का झांसा देकर करते थे ठगी

जगन्नाथपुर क्षेत्र के भोले-भाले ग्रामीणों को आरोपी यह विश्वास दिलाते थे कि उनके घर के अंदर गड़ा धन छिपा है, जिसे तंत्र-मंत्र और पूजा-पाठ के ज़रिए निकाला जा सकता है. इसी बहाने तांत्रिक विधि से घर में गड्ढ़ा खुदवाया जाता था और ग्रामीणों को हंडा दिखाया जाता था, जिसमें सोने-चांदी जैसे दिखने वाले नकली सिक्के रखे होते थे.

जीजा–साला का गैंग कर रहा था खेल

मुख्य आरोपी वसीम खान, जो खुद को तांत्रिक बताता है, धुरपुर (इलाहाबाद) का रहने वाला है, जबकि उसका साला और सहयोगी अकबर खान जगन्नाथपुर का निवासी है. पुलिस के अनुसार दोनों कई जिलों में इसी तरह की धोखाधड़ी कर चुके हैं.

तीन ग्रामीण बने शिकार, 7 लाख से ज्यादा की ठगी

जगन्नाथपुर के तीन ग्रामीण आरोपियों के जाल में फंस गए और गड़ा धन निकलवाने की प्रक्रिया के नाम पर 7 लाख रुपये से अधिक की रकम उनसे ले ली गई. बाद में जब ग्रामीणों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस से शिकायत की.

पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, आरोपियों की तलाश जारी

बालोद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मुख्य आरोपी वसीम खान और अकबर खान की खोजबीन शुरू कर दी है. पुलिस का मानना है कि ये आरोपी अंधविश्वास और लालच का फायदा उठाकर कई जगह इसी तरह की ठगी कर चुके हैं.

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे तांत्रिक और गड़ा धन निकालने वाले दावों से दूर रहें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें.