केरल के त्रिशूर से भाजपा के सांसद बने सुरेश गोपी ने उन खबरों को खारिज किया है, जिनमें दावा किया गया है कि वे मंत्री पद छोड़ सकते हैं. रविवार को ही उन्होंने राज्य मंत्री की शपथ ली थी. सुरेश गोपी ने कहा कि कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म गलत खबर फैला रहे हैं कि मैं मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने जा रहा हूं. यह पूरी तरह गलत है. प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में हम केरल की समृद्धि और विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने यह बात अपने X  अकाउंट पर कही है. सुरेश गोपी के बारे में कहा जा रहा था कि वह कैबिनेट मंत्री या फिर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की उम्मीद कर रहे थे. लेकिन राज्य मंत्री बनाए जाने से नाराज हैं.  

मलयाली चैनलों को उनकी ओर से दिए इंटरव्यू के हवाले से यह भी कहा गया था कि सुरेश गोपी का कहना है कि वह फिल्मों में व्यस्त हैं. ऐसे में मंत्री के तौर पर काम नहीं करना चाहते. सुरेश गोपी का कहना है कि वह सांसद के तौर पर अपने क्षेत्र की जनता की सेवा करेंगे, लेकिन मंत्री पद नहीं चाहते. लेकिन अब सुरेश गोपी ने खुद ही दोनों तरह की बातों को खारिज किया है. उन्होंने साफ किया है कि वह मंत्री पद पर बने रहेंगे. सुरेश गोपी केरल से जीतने वाले भाजपा के अब तक के पहले सांसद हैं. उनकी सफलता से भाजपा ने राज्य में इतिहास रच दिया है और वहां पहली बार कमल खिला है.

सुरेश गोपी के अलावा केरल भाजपा के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने भी ऐसी खबरों को खारिज किया है.  सोमवार को उन्होंने मीडिया से कहा कि सुरेश गोपी के मंत्री पद छोड़ने की खबरें फर्जी हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें चलाई गईं कि सुरेश गोपी कैबिनेट मिनिस्टर बनना चाहते हैं और इसके चलते रिजाइन कर रहे हैं. ये खबरें आधारहीन हैं. गौरतलब है कि सुरेश गोपी लंबे समय से अभिनय की दुनिया में हैं. उनकी जीत ने भाजपा की उम्मीदों को पंख लगा दिए हैं, जो दशकों से केरल में एंट्री की कोशिश कर रही है. वह त्रिशूर में सीपीआई के कैंडिडेट को 7000 से ज्यादा वोटों से हराकर सांसद बने हैं.