रमेश सिन्हा, पिथौरा। पश्चिम बंगाल के एक प्रवासी मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में पिथौरा के सरकारी अस्पताल में मौत हो गई. मजदूर बस में सवार होकर अपने भतीजे के साथ घर लौट रहा था. तभी अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद बस चालक ने कोरोना पीड़ित के शक में दोनों मजदूरों को रास्ते में ही उतार कर भाग गया. बस मुंबई से पश्चिम बंगाल जा रही थी. वहीं मजदूर की मौत का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है. स्वाब सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा.

दरअसल, दो प्रवासी मजदूर बस में सवार होकर मुम्बई से कोलकोता जा रहे थे. बीच रास्ते में एक मजदूर की अधिक तबियत बिगड़ने पर बस चालक ने लहरौद पिथौरा ओवर ब्रिज के पास दोनों को उतार दिया. इसके बाद टोल फ्री नंबर से एम्बुलेंस एवं पिथौरा पुलिस से संपर्क किया गया. सूचना पर एंबुलेंस पहुंची और पीड़ित को स्वास्थ्य केंद्र पिथौरा पहुंचाया गया. दोनों का नाम सुल्तान और हाकिम मलिक है. पीड़ित हाकिम शुगर का मरीज बताया जा रहा है, जहां पिथौरा के सरकारी अस्पताल में हाकिम मलिक की मौत हो गई. इसकी खबर स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन को दी गई.

एसडीओपी पुपलेश कुमार पात्रे ने बताया कि हकीम मलिक पिता कायम मलिक और उनका भतीजा सुल्तान मलिक मुंबई के गोरे गांव से बस में बैठकर तारकेश्वर पश्चिम बंगाल जा रहे थे. हाकीम मलिक की तबीयत राष्ट्रीय राज मार्ग-53 ग्राम लहरौद के पास बिगड़ गई. इसके बाद दोनों को बस वाले ने उतार दिया. ढाक टोल प्लाजा के पास एंबुलेंस की मदद से पिथौरा के सरकारी अस्पताल लाया गया, जहां हाकीम की मृत्यु हो गई है. फिलहाल मृतक का शव पिथौरा के सरकारी अस्पताल में रखा गया है. स्वाब टेस्ट को रायपुर के एम्स भेजा जाएगा. बस की पतासाजी की जा रही है.