नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल सेल) द्वारा गिरफ्तार किए गए संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी को मंगलवार को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. दिल्ली पुलिस ने अदालत में आरोपियों की हिरासत की मांग की थी, ताकि वे इस त्योहारी सीजन के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) की पूरी साजिश का खुलासा कर सकें.

 

आतंकवादी को ISI ने किया था प्रशिक्षित

दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की ओर से सोमवार रात राष्ट्रीय राजधानी से गिरफ्तार किए गए आतंकवादी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा प्रशिक्षित किया गया था. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि “संदिग्ध आतंकवादी को पाकिस्तान की आईएसआई के इशारे पर त्योहारी सीजन के दौरान आतंकी हमले करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.”

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डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाह ने बताया कि आरोपी पाकिस्तानी नागरिक को ISI ने पाकिस्तान के सियालकोट में कम से कम छह महीने तक प्रशिक्षण दिया था. नासिर नाम के एक आईएसआई हैंडलर ने उसे भारत में विध्वंसक गतिविधियों के लिए स्लीपर सेल के रूप में काम करने के लिए प्रेरित किया था.

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “2004 में अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, आरोपी आतंकवादी, मोहम्मद अशरफ उर्फ अली, बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी सीमा के माध्यम से भारत में प्रवेश करने में कामयाब रहा.” अली को सोमवार को रात करीब साढ़े नौ बजे लक्ष्मी नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया था.

 

हथियार और विस्फोटक हुए थे बरामद

अधिकारी के अनुसार, अली, जिसने जाली दस्तावेजों का उपयोग करके फर्जी भारतीय पहचान पत्र प्राप्त किए थे, शास्त्री नगर में अली अहमद नूरी के नाम से एक भारतीय नागरिक के रूप में रह रहा था. कुशवाहा ने कहा, “गिरफ्तारी के समय, पुलिस ने कई अन्य हथियारों और गोला-बारूद के साथ एक AK- 47 बरामद किया है.” उसके पास से एके-47 के अलावा दो मैगजीन, 60 जिंदा कारतूस, एक हथगोला और दो पिस्टल सहित 50 कारतूस बरामद हुए.

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अधिकारी ने कहा कि अली को यूएपीए अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है. विशेष रूप से, राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस त्योहारी सीजन के कारण पहले से ही हाई अलर्ट पर है.

एक शीर्ष अधिकारी ने हाल ही में आईएएनएस से बात करते हुए कहा था, “त्योहारों के मौसम के दौरान बाजारों, मंदिरों और वाणिज्यिक परिसरों में लोगों की भारी भीड़ होती है. लोगों की इस भीड़ का इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा ऐसी जगहों पर आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए किया जा सकता है.”

 

दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने भी ली थी हाई लेवल मीटिंग

दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने भी शनिवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपराध समीक्षा बैठक (क्राइम रिव्यू मीटिंग) की थी और त्योहार के दिनों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश जारी किए थे. समीक्षा बैठक में स्थानीय गैंगस्टरों की मदद से आतंकवादियों या राष्ट्रविरोधी तत्वों को कैसे रोका जाए, इस पर भी चर्चा की गई.

गिरफ्तारी लगभग एक महीने बाद हुई, जब स्पेशल सेल ने 14 सितंबर को पाकिस्तान स्थित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था और सात संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें दो आईएसआई द्वारा प्रशिक्षित थे. गिरफ्तार आतंकी इस त्योहारी सीजन में देश में आतंकी हमले को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. फिलहाल सभी आरोपी पुलिस हिरासत में हैं.