नई दिल्ली. चुनाव प्रचार के दौरान स्टार प्रचारकों की सुरक्षा स्पेशल सेल के ‘स्वाट कमांडो’ दस्ते के जिम्मे होगी. स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों के दस्ते का इस दौरान घेरा भी रखा जाएगा.

कोई भी संदिग्ध स्टार प्रचारकों तक न पहुंच सके, इसके लिए कार्यक्रम स्थल पर विशेष रूप से तैयार कि गए लाइव सीसीटीवी निगरानी वाहन के जरिये कंट्रोल रूम से भी संदिग्धों पर नजर रखी जाएगी. महिला स्टार प्रचारकों की सुरक्षा विशेष रूप से तैयार स्पेशल-36 महिला स्वाट कमांडो दस्ते के जिम्मे होगी. ये महिला स्वाट कमांडो दस्ता आतंकी घटनाओं को रोकने और आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए खासतौर पर काम करता है. 26/11 आतंकी हमले के बाद इजरायल की तर्ज पर देश में स्वाट की शुरुआत की गई थी. इस महिला दस्ते में ज्यादातर नए जवानों को शामिल किया जाता है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने में ये सक्षम होते हैं. आपात स्थिति से निपटने के गुर इन्हें सिखाए जाते हैं.

स्वाट महिला कमांडो टीम खतरनाक हथियारों को भी चलाने में सक्षम हैं. ये कमांडो सबसे ताकतवर राइफल एमपी पांच सबमशीन गन से लेकर 45 कैलिबर गन में सबसे बेहतरीन जीलॉक 21 पिस्टल से लैस होंगी.

संदिग्धों की सूचना कमांड रूम को मिलेगी

रैली में संदिग्धों की मौजूदगी का पता लगाने के लिए सूचना का अलर्ट देने वाहन को फेस रिकॉग्निशन कैमरे से लैस किया गया है. इस वाहन के जरिये पुलिस 360 डिग्री रेंज में किसी भी संदिग्ध की जानकारी हासिल कर सकती है. दरअसल, विशेष तौर पर तैयार किए गए इस वाहन में हर दिशाओं को कवर करने वाले अत्याधुनिक एचडी कैमरे लगाए हैं. इन कैमरों की लाइव फुटेज को सीधे पुलिस कमांड रूम में देखी जा सकेगी. इस पूरे सिस्टम को जहां आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) पर आधारित बनाया गया है, जिसे अपराधियों के डोजियर(आपराधिक रिकॉर्ड विवरण) से जोड़ा गया है जो संदिग्ध का फुटेज रिकॉर्ड होते ही कमांड रूम को अलर्ट भेजेंगे.