रायपुर- भले ही हास परिहास के बीच ही सही, लेकिन नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने आज अपने दिल की बात बयां कर दी. विधानसभा में सदन की कार्यवाही के दौरान किसानों के मुद्दों पर लाए गए स्थगन प्रस्ताव के दौरान टी एस सिंहदेव भाषण दे रहे थे. तब सत्तापक्ष के मंत्रियों की टोकाटोकी के बीच उन्होंने कह दिया कि- हम पूरे होशोहवास में मुख्यमंत्री बनने के लिए गंभीरता से सोच रहे हैं. ये हवा हवाई बात नहीं है. उनसे जब पूछा गया कि कौन मुख्यमंत्री बनने की सोच रहा है, तब उन्होंने विपक्ष के सदस्यों की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम सब मुख्यमंत्री बनने की सोच रहे हैं.
दरअसल सदन में स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर द्वारा सदन में लाए गए विशेषाधिकार हनन की सूचना पर टिप्पणी कर रहे थे. मंत्री ने कांग्रेस द्वारा लगाई गई जन विधानसभा के मु्ददे पर विशेषाधिकार हनन की सूचना दी थी. जन विधानसभा के दौरान कांग्रेस ने मानसून सत्र महज ढाई दिन में ही खत्म किए जाने का विरोध किया था. स्पीकर, मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों का मुखौटा लगाकर यह प्रदर्शन किया गया था, जिसे लेकर सत्तापक्ष ने सदन की गरिमा का मजाक उड़ाए जाने का आरोप लगाया था. इस पर ही जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि प्रजातंत्र में अपनी बात रखने पर भी राजनीति की जाती है. इस टिप्पणी के बीच ही टी एस सिंहदेव ने कहा कि- मुझे तो सीएम का मुखौटा पसंद है.
हास परिहास के बीच नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने नेता प्रतिपक्ष के हालिया अफ्रीका दौरे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि- आप कहां अफ्रीका जाकर शिकार कर रहे हैं. पहले आप इधर वालों को ही निपटाओ. इसके जवाब में सिंहदेव ने कहा कि- पहले आप इसके लिए परमिट दिला दो. सदन में यह सुनकर सदस्यों के बीच जमकर ठहाका गूंज पड़ा. मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने भी इस पर चुटकी लेते हुए तपाक से कहा कि- सदन में यह अधिकार अध्यक्ष का है.
टी एस सिंहदेव ने कहा कि- मैं जो लक्ष्य साधता हूं, आखिरी तक प्रयास करता हूं कि उसे पूरा कर लूं. मेरा लक्ष्य अब सामने बैठना है.