पंगू सिस्टम को शर्म नहीं आती… ट्रायसाइकिल के लिए दर-दर की ठोकरें का खा रहा दिव्यांग, 300 रुपये देकर मजदूर की पीठ पर पहुंचा कलेक्ट्रेट, आखिर कहां सो रहे जिम्मेदार?

‘किसी वर्कर या गरीब का पैसा खाऊं तो मतंगेश्वर महाराज मुझे खत्म कर दें…’, खजुराहो फिल्म फेस्टिवल के आखिरी दिन आयोजक राजा बुंदेला ने तोड़ी चुप्पी