टूट गई सालों पुरानी प्रथा: इस साल रामजी बाबा समाधि स्थल से हुशंगशाह गौरी बाबा की मजार पर नहीं भेजी गई चादर, अधिवक्ता शफीक खान बोले- यह भाई चारे की मिसाल थी