स्पोर्ट्स डेस्क. ज्यादा पढ़े-लिखे न होने के कारण एक समय युवा खिलाड़ी को मजबूरी में कोचिंग सेंटर में झाड़ू लगाने की नौकरी तक करनी पड़ी, लेकिन खिलाड़ी के जज्बे और टैलेंट ने आज सबको सलाम करने पर मजबूर कर दिया है. हम जिस धाकड़ खिलाड़ी की बात कर रहे हैं उनका नाम आज हर किसी की जुबान में बस गया है. इस खिलाड़ी अपनी बल्लेबाजी और फिल्डिंग के बदौलत आईपीएल में सबके पसीने छुड़ा दिया है.

बता दें कि, जिस खिलाड़ी का हम जिक्र कर रहे हैं, उनका रिंकू सिंह है. जो आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स की ओर से खेल रहे हैं और अपने शानदार प्रदर्शन से टीम को जीत भी दिला रहे हैं. कभी रिंकू सिंह को कोचिंग सेंटर में झाड़ू लगाने की नौकरी मिली थी, लेकिन किसी को क्या पता था कि वह एक दिन क्रिकेट मैदान पर चौके-छक्के भी लगाएगा. उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले 24 साल के रिंकू सिंह ने सोमवार को राजस्थान के खिलाफ 23 गेंद पर 6 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 42 रन की पारी खेलकर कोलकाता को जीत दिलाई. यह उनके आईपीएल करिअर का बेस्ट स्कोर भी है और वे मैन ऑफ द मैच रहे.

मौका नहीं मिला और मिला तो मारा चौका
रिंकू को आईपीएल में केकेआर से पहले पंजाब ने खरीदा था. 2017 ऑक्शन में पंजाब ने रिंकू को 10 लाख रुपए में खरीदा था, लेकिन सीजन में एक भी मुकाबला खेलने का मौका नहीं मिला. अगले ही साल कोलकाता ने रिंकू को 80 लाख रुपए में खरीदा और तीन साल में 10 मैच में खेलने का मौका मिला. इस साल के ऑक्शन में कोलकाता ने एक बार फिर रिंकू पर भरोसा जताया और उन्हें 55 लाख रुपए में खरीदा। वे अब टीम के लिए लगातार उपयोगी साबित हो रहे हैं.

पिता गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम करते थे
रिंकू का पढ़ाई और क्रिकेट दोनों का सफर आसान नहीं था. 9वीं में फेल होने के बाद रिंकू ने पढ़ाई छोड़ दी. वे 5 भाई-बहनों में तीसरे नंबर के हैं. उनके पिता गैस सिलेंडर डिलीवर करने का काम करते थे. उनके एक भाई ऑटो चलाते थे, जबकि दूसरा कोचिंग सेंटर में काम करता था. ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं होने के कारण रिंकू को कोचिंग सेंटर में झाड़ू लगाने की नौकरी मिली थी. इस सब के बाद भी रिंकू ने क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा और अब अपने सपने को आगे बढ़ा रहे हैं.

बल्लेबाजी से पहले अच्छी फील्डिंग कर सबका ध्यान खींचा
रिंकू बल्लेबाजी से पहले अच्छी फील्डिंग कर खुद को साबित कर चुके थे. उन्होंने आईपीएल के 4 साल के करिअर में 13 कैच लिए हैं. इसमें शुरुआती तीन साल में 6 कैच लपके थे. इस सीजन में वे 3 मैचों में 7 कैच ले चुके हैं. उनके मौजूदा सीजन में 100 रन भी पूरे हो गए हैं. मौजूदा सीजन में उन्हें गुजरात, दिल्ली और राजस्थान के खिलाफ खेलने का मौका मिला है.

5 साल का लंबा इंतजार
अलीगढ़ से कई खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी मुकाबले खेल चुके हैं, लेकिन आईपीएल में खेलने वाले वे पहले खिलाड़ी हैं। रिंकू ने कहा, ‘5 साल से ऐसे मौके का इंतजार कर रहा था, लेकिन नियमित खेलने का मौका नहीं मिल रहा था. पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने कहा, रिंकू की घरेलू क्रिकेट की सारी मेहनत अब रंग ला रही है.

नीलामी में मिले पैसे से किया ये काम
रिंकू ने कहा, ‘ऑक्शन में मुझे 80 लाख रुपए मिले थे. उस दौरान मेरे दिमाग में पहला विचार यही आया कि मैं अपने बड़े भाई की शादी में योगदान दे सकता हूं. इसके अलावा कुछ पैसे बचा भी सकता हूं, ताकि बहन की शादी में मदद कर सकूं.