काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार ने एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से देश के बैंक भंडार (संपत्ति) को मुक्त करने का आग्रह किया है. तालिबान का कहना है कि इससे मानवीय संकट को रोका जा सकता है. एक रिपोर्ट से यह जानकारी मिली. तालिबान के वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता अहमद वली हौमल ने एक बयान में कहा कि अफगान संपत्ति को बिना किसी शर्त के जारी किया जाना चाहिए. तालिबान ने कहा कि भंडार को फ्रीज करना अंतर्राष्ट्रीय कानून का विरोध है. यह अफगान लोगों के खिलाफ क्रूरता का स्पष्ट संकेत है.

तालिबान ने एक बयान में कहा कि जमा किया गया पैसा इस्लामिक अमीरात की संपत्ति नहीं है, यह जरूरतमंद लोगों और व्यापारियों का पैसा है. यह अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ है और इसे जल्द ही जारी किया जाना चाहिए. अफगान उद्योगपतियों और व्यापारियों के एक समूह ने अफगानिस्तान के भंडार को फ्रीज किए जाने के खिलाफ एक रैली का मंचन किया. जिसमें कहा गया कि गंभीर आर्थिक संकट न केवल युद्धग्रस्त देश बल्कि अन्य देशों को भी नुकसान पहुंचाएगा.

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एक उद्योगपति मोहम्मद शाहब ने कहा कि अगर पैसा नहीं जारी किया गया, तो अपराध बढ़ेंगे. अफीम की खेती और ड्रग्स की तस्करी भी बढ़ेगी. जिससे अफगानिस्तान और अन्य देशों को नुकसान होता है. दूसरी ओर अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने घोषणा की है कि उसकी संपत्ति जारी करने की कोई योजना नहीं है.

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