रायपुर। कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे की अध्यक्षता में आज नवा रायपुर स्थित शिवनाथ भवन में आयोजित राज्य स्तरीय जल उपयोगिता समिति की बैठक में आगामी रबी सीजन में राज्य के सिंचाई बांधों एवं जलाशयों से 2 लाख 16 हजार 924 हेक्टेयर में जलापूर्ति का लक्ष्य को पूरा करने के लिए गहन विचार-विमर्श किया गया. जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को इस लक्ष्य के पूर्ति के लिए एक्शन प्लान तैयार करने और संबंधित इलाकों के किसानों को इसकी जानकारी देने को कहा, ताकि किसान रबी फसल के लिए बीज, खाद के इंतजाम के साथ ही अन्य आवश्यक तैयारी कर सके. मंत्री रविंद्र चौबे ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को नहर लाईनिंग के कामों को तेजी से पूरा कराने के साथ अभनपुर स्थित लिफ्ट एरीगेशन सिस्टम के पम्पों की मरम्मत कराए जाने के निर्देश दिए.
बैठक में जानकारी दी गई कि इस साल रबी सीजन में राज्य की 9 वृहद सिंचाई परियोजना के माध्यम से 1 लाख 62 हजार 786, 36 मध्यम सिंचाई परियोजनाओं से 23 हजार 95 तथा 1641 लघु सिंचाई परियोजनाओं से 31 हजार 43 इस प्रकार कुल 2 लाख 16 हजार 924 हेक्टेयर में जलापूर्ति की जाएगी। महानदी परियोजना से 34 हजार हेक्टेयर, महानदी गोदावरी कछार परियोजना से 21 हजार हेक्टेयर, हसदेव बांगो परियोजना से 1 लाख 20 हजार 137 हेक्टेयर, हसदेव कछार परियोजना से 20 हजार 385 और हसदेव गंगा कछार परियोजना से 21 हजार 343 हेक्टेयर में रबी फसलों के लिए जलापूर्ति की योजना है। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि बीते वर्ष रबी सीजन में रबी फसलों की सिंचाई के लिए 1 लाख 38 हजार 689 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसमें इस वर्ष 78 हजार 235 हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी कर 2 लाख 16 हजार 924 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है। गौरतलब है कि राज्य में बीते वर्षा मौसम में बेहतर बारिश होने की वजह से राज्य के अधिकांश बांध एवं जलाशय लबालब हो गए हैं। खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए जलापूर्ति के बाद भी अभी भी राज्य के सिंचाई बांधों एवं जलाशयों में औसतन 82.86 प्रतिशत जल भराव है। इससे रबी सीजन में सिंचाई के लिए जलापूर्ति सहजता से हो सकेगी.