नई दिल्ली। इन दिनों टैटू का क्रेज युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है. कहीं कोई अपने प्रमी-प्रेमिका के नाम का टैटू अपने शरीर पर गोदवा रहे हैं तो कोई कुछ और…  टैटू को लेकर कई लोगों में अजब सी दिवानगी देखी गई है, दिवानगी ऐसी की शरीर का ऐसा कोई भी हिस्सा छूटता नहीं जहां टैटू न बनवाया गया हो.

टैटू को लेकर किये गए एक रिसर्च सामने आया है. रिसर्च के मुताबिक टैटू बनवाने का शौक यूं ही नहीं होता. जो लोग अपने शरीर पर टैटू बनवाते हैं वे मानसिक रूप से बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं.

फ्लोरिडा के मियामी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने ये रिसर्च की. जिसमें 18 साल से 29 साल की उम्र के 2000 युवाओं पर यह शोध किया गया है. इसमें से 40 प्रतिशत युवा ऐसे थे जिन्होंने अपने शरीर पर टैटू बनवाया हुआ था. जिसमें कि 50 फीसदी लोगों ने 2 से 5 टैटू बनवाए हुए थे. जबकि 18 फीसदी लोगों ने 6 से ज्यादा टैटू बनवाए थे. रिसर्च में ये पाया गया है कि ऐसे लोग टैटू को स्टेटस सिंबल मानते हैं लेकिन असल में वे मेंटल हेल्थ प्राब्लम से गुजर रहे होते हैं.

 

रिसर्च के मुताबिक ऐसे लोगों को व्यवहार अस्थिर रहता है. वे हर तरह का खतरा उठाने में पीछे नहीं हटते.  सिगरेट और शराब के शौकीन रहते हैं. उनके कई सेक्सुअल पार्टनर होते हैं. रिसर्च के मुताबिक ऐसे लोगों को पार्टनर बदलने में भी कोई गुरेज नहीं रहता. यहां तक कि वे अनसेफ सेक्स से भी पीछे नहीं हटते.