Teacher Recruitment: अभी शिक्षक भर्ती के प्रथम चरण के तहत नौकरी मिले ज्यादा दिन भी नहीं हुए हैं कि इस्तीफों की बाढ़ आ गई है. यह माजरा है बिहार के शिक्षक भर्ती का.
अभी तक बिहार में 70 से अधिक नवनियुक्त शिक्षकों ने अपने इस्तीफे शिक्षा अधिकारी को सौंपे हैं. हालांकि, इन्हें अभी मंजूर नहीं किया गया है. मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक 40 और समस्तीपुर में 30 इस्तीफे हुए हैं. इसके अलावा बेगुसराय और मधुबनी में भी शिक्षक नौकरी छोड़ रहे हैं.
नौकरी छोड़ने की क्या वजह?
रिपोर्ट की मानें तो जिन शिक्षकों ने स्कूलों में तैनाती ली है, उनको केंद्रीय विद्यालयों के अलावा कई अन्य विभागों में नौकरी मिल गई है. इस्तीफा देने वालों में सबसे अधिक संख्या उत्तर प्रदेश के शिक्षकों की है. शिक्षकों को बिहार में नौकरी रास नहीं आ रही, इसलिए वे दूसरा मौका मिलते ही नौकरी छोड़ रहे हैं. शिक्षकों के इस्तीफे के बाद आधिकारिक तौर पर जानकारी भी जारी कर दी गई है.
फिर से खाली हो गए स्कूलों में शिक्षकों के पद
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की ओर से पिछले दिनों 1.25 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को प्रथम चरण में स्कूलों में तैनाती दी गई थी. अचानक शिक्षकों के नौकरी छोड़कर जाने से स्कूलों में एक बार फिर शिक्षकों के पद खाली हो रहे हैं. अनुमान जताया जा रहा है कि नौकरी छोड़ने वाले शिक्षकों की संख्या 150 से अधिक हो सकती है. बता दें, BPSC जल्द ही रिक्त पदों को भरने के लिए दूसरे चरण की भर्ती निकाल सकता है.
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