रायपुर। केंद्र व अन्य राज्यों की तुलना में 14 प्रतिशत महंगाई भत्ता कम पा रहे प्रदेश के कर्मचारियों की सोमवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक से टिकी उम्मीदें परवान नहीं चढ़ी. छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने कहा कि प्रमोशन में छूट स्वागतेय पर लेकिन पुरानी सेवा की गणना कर सभी को क्रमोन्नति/समयमान दें.
छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने बताया कि 14 प्रतिशत DA में पीछे होने से प्रदेश के प्रत्येक कर्मचारी और उनके परिवारजन को 4000 से 10000 रुपए तक प्रतिमाह आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है. एक ओर राजनीतिक पार्टियां मंहगाई के मुद्दे पर एक दूसरे पर दोषारोपण कर रही हैं, वहीं अपने कर्मचारियों को मंहगाई भत्ता जो कि उनका अधिकार है,कोई उपहार नही को भी देने से वंचित रख कर अन्याय कर रही . जल्द ही लंबित DA को एरियर्स सहित देना चाहिए.
प्रदेश महासचिव धर्मेश शर्मा व प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने बताया कि DA की घोषणा नहीं होने से सभी कर्मचारियों को हताश हुई है. वहीं प्रमोशन में 5 वर्ष की सीमा को हटाकर 3 वर्ष किये जाने से बड़ी संख्या में सहायक शिक्षक और शिक्षक लाभान्वित होंगे, किंतु उनकी पुरानी सेवा की गणना नहीं होने से वे बड़े नुकसान उठाने जा रहे हैं, यदि पुरानी सेवावधि की गणना की जाती है तो प्रमोशन से वंचित सभी को क्रमोन्नति/समयमान का लाभ मिलता, इसलिए प्रमोशन के साथ-साथ क्रमोन्नति/समयमान भी प्रदान किया जाए. यही नहीं पदोन्नति में 3 वर्ष के शिथलीकरण निर्णय में सहायक शिक्षक, शिक्षक का तो उल्लेख है किंतु व्याख्याता का त्रुटिवश उल्लेख नहीं है जिसे आदेश में सुधारे जाने की बात कही.