रायपुर। शिक्षाकर्मियों की महारैली दूसरे दिन भी सफल नजर आ रही है. रांवाभाठा मैदान में 10 हजार से अधिक शिक्षाकर्मी जमा हो गए हैं. इनमें हजारों की संख्या में महिला शिक्षाकर्मी भी शामिल हैं.
हालांकि रांवाभाठा में धारा 144 लागू है. लेकिन हजारों की संख्या में प्रदेशभर से आए शिक्षाकर्मियों के आंदोलन को देखकर पुलिस-प्रशासन भी अब पस्त नजर आ रहा है. यहां तक कि धीरे-धीरे पुलिस बल भी मौके से हटाया जा रहा है. पुलिस के सामने चुनौती है कि इतनी बड़ी संख्या को आखिरकार गिरफ्तार करके रखा भी कहां जाए. क्योंकि शनिवार को भी महारैली और प्रदर्शन के दौरान हजारों की संख्या में शिक्षाकर्मियों को गिरफ्तार किया गया और उन्हें जगह-जगह बनाए गए अस्थायी जेलों में रखा गया.
पुलिस ने कई शिक्षाकर्मी संघ के नेताओं को भी गिरफ्तार किया था. वहीं आज पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर से शिक्षाकर्मियों की मुलाकात होनी थी, जो नहीं हुई है. शिक्षाकर्मियों का कहना है कि अभी तक उन्हें वहां से बुलावा नहीं आया है.
वहीं शिक्षाकर्मियों ने मांग की है कि जिन शिक्षाकर्मी नेताओं और शिक्षाकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तत्काल रिहा किया जाए. उन्होंने फिर से दोहराया है कि जब तक सरकार संविलियन की मांग पूरा नहीं करेगी, तब तक वे ऐसे ही डटे रहेंगे. शिक्षाकर्मियों का कहना है कि राजधानी में हर दिन इसी तरह से प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने प्रदेश के बाकी शिक्षाकर्मियों से भी रायपुर में जुटने की अपील की है.
रांवाभाठा में जमा शिक्षाकर्मियों का प्रदर्शन
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