विशाखापट्टनम. टीम इंडिया ने 8 विकेट से विशाखापट्टनम में धमादेकदार जीत दर्ज करते हुए इतिहास बना दिया. सीरीज के तीसरे वनडे मैच में टीम इंडिया ने 216 रन के टारगेट को चेज करते हुए 32.1 ओवर में ही 2 विकेट खोकर 219 रन बना दिए. इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने 3 मैच की वनडे सीरीज में 2-1 से जीत भी हासिल कर ली.

इस साल सभी फॉर्मेट मिलाकर भारतीय टीम ने 13 सीरीज में जीत हासिल की है. ऐसा करनामा भारतीय टीम ने 85 साल बाद किया है. हलांकि इससे पहले भारतीय टीम ने साल 2007 में भी सभी फॉर्मेट मिलाकर 12 सीरीज में जीत हासिल की थी. लेकिन साल 2017 में महज 3 सीरीज ही ऐसी रही, जिसमें भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है.

कुलदीप यादव बने मैन ऑफ द मैच
सीरीज के तीसरे वनडे मैच में युवा कुलदीप यादव मैन ऑफ द मैच बने. कुलदीप ने विशाखापट्टनम वनडे मुकाबले में 3 विकेट अपने नाम किए. 3 विकेट युजवेंद्र चहल ने भी हासिल किया. लेकिन कुलदीप यादव ने दो ऐसे अहम विकेट निकाले. जिसने पूरे मैच को ही टीम इंडिया की ओर मोड़ दिया. कुलदीप यादव ने 10 ओवर 42 रन देकर 4.20 की इकॉनमी से 3 विकेट अपने नाम किए. जिसमें से पहला ही शिकार कुलदीप यादव ने उपुल थरंगा का किया. थरंगा 82 गेंद में ही 95 रन बनाकर तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे. यदि उपुल थरंगा को कुलदीप ने पवेलियन का रास्ता ना दिखाया होता, तो शायद ही टीम इंडिया को चेज करने के लिए विशाखापट्टनम की इस फ्लैट पिच पर इतना आसान टारगेट मिल पाता. उपुल थरंगा के अलावा इस मैच में कुलदीप यादव ने अपना दूसरा शिकार विकटेकीपर बल्लेबाज डिकविला को बनाया. अगर डिकविला टिक जाते तो फिर मैच का हाल कुछ और ही होता. लेकिन कुलदीप की घातक गेंदबाजी के सामने डिकविला भी नहीं टिक सके और मैच में 8 रन ही बना सके कुलदीप के इन दो विकटों ने जैसे श्रीलंकाई टीम की कमर ही तोड़ दी. जिसके चलते लंका की टीम विशाखापट्टनम की फ्लैट पिच पर भी एक बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रही.

चहल ने भी किया कमाल
जहां एक ओर कुलदीप यादव ने शानदार गेंदबाजी तो की तो वही दूसरी ओर युवा युजवेंन्द्र चहल ने भी कमाल का प्रदर्शन किया. क्योंकि फिरकी गेंदबाजी में कुलदीप यादव के जोड़ीदार युजवेंन्द्र चहल ही है. युजवेंन्द्र चहल ने भी 10 ओवर में 4.60 की इकॉनमी से 46 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए. जिमसें युजवेंन्द्र की गेंदबाजी में एक खास बात और रही की उन्होंने अपनी इस पारी में 3 ओवर मेडन भी डाले. जो आज के वनडे क्रिकेट में करना इतना आसान नहीं होता है. चहल ने पहला शिकार समरविक्रमा का किया, दूसरा शिकार एंग्लो मैथ्जूय को क्लीन बोल्ड करके किया. और तीसरा शिकार कप्तान थिषारा परेरा का किया.

पेस बैटरी का कमाल
फिरकी गेंदबाजों की युवा जोड़ी ने तो कमाल का प्रदर्शन किया ही, पेस बैटरी का भी यहां की फ्लैट पिच पर कमाल देखने को मिला. ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने 2 विकेट अपने नाम किए. तो जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार ने भी 1-1 विकेट अपने नाम किया.

सीरीज के आखिरी वनडे में धवन का शतक
ये तो रही गेंदबाजों की बात, बल्लेबाजी में गब्बर का कमाल देखऩे को मिला. शिखर धवन की बल्लेबाजी के दीवाने बहुत हैं और उनसे एक बड़ी पारी की उम्मीद हमेशा बनी रहती है. विशाखापट्टनम में खेले गए मुकाबले में धवन ने अपने फैंस को निराश बिल्कुल भी नहीं किया. रोहित के जल्दी आउट हो जाने के बाद पहले पूरी जिम्मेदारी के साथ पारी को आगे बढ़ाया. फिर वो कमाल दिखाया, जिसकी उम्मीद उनके फैंस को उनसे रहती है. मतलब शानदार शतक जड़ दिया. शिखर धवन ने नाबाद 100 रन बनाए और अपनी इस पारी के लिए महज 85 गेंद का ही सामना किया. जिसमें 13 चौके और 2 सिक्सर भी उड़ाए. सीरीज में शानदार प्रदर्शन के लिए शिखर धवन को मैन ऑफ द सीरीज से नवाजा गया।