टुकेश्वर लोधी,आरंग। रायपुर से करीब 25 किमी दूर आरंग में प्रतिबंध के बावजूद भी महानदी के किनारे रेतघाटों से रेत का उत्खनन और परिवहन धड़ल्ले से जारी है. यही वजह है कि तहसीलदार ने राजस्व विभाग और पुलिस की टीम के साथ मिलकर तबाड़तोड़ कार्रवाई करते हुए हल्दीडीह रेतघाट से रेत से लदे 15 ट्रैक्टर जब्त किया है. पकड़े गए ट्रैक्टरों और मालिकों के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए रायपुर खनिज विभाग को सौंपा गया है.

बताया जा रहा है महानदी में बारिश के चलते पानी बढ़ गया, इसके बाद भी मजदूरों के जरिए ट्रैक्टरों में रेत भराया जाता है. तेज बहाव पानी के बीच काम करने से मजदूरों की जान पर भी बनी रहती है. आरंग राजस्व विभाग इससे पहले भी कई बार कार्रवाई कर चुकी है, लेकिन रेत माफिया अवैध रूप से खनन और परिवहन करने से बाज नहीं आ रहे हैं.

तहसीलदार नरेंद्र बंजारा ने बताया कि आरंग में महानदी से लगे रेतघाटों में राजस्व विभाग नजर रख रही है, जब भी रेत का अवैध खनन और परिवहन की शिकायत विभाग को मिली है, कार्रवाई हुई है. आगे भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी.

बता दें कि आरंग क्षेत्र के महानदी में जितने भी रेतघाट है, वहां खनिज विभाग से बिना अनुमति के निजी और शासकीय जमीनों पर रेत का अवैध रूप से भंडारण किया जा रहा है. जिसके बाद रेत माफिया रेत को काफी अधिक दामों में बेचकर मुनाफा कमा रहे है. रेत का अवैध भंडारण मुख्य रूप से चिखली, हल्दीडीह, कागदेही, बेनीडीह, राटाकाट, पारागांव, गौरभाट, कुम्हारी स्थित रेटघाटों में किया जाता है.