कुंदन कुमार/ पटना। पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) को मजबूत आधार देने की तैयारी में जुट गए हैं। पार्टी शुक्रवार से बिहार की राजनीति में नई जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। तेज प्रताप ने अपने आवास इस अभियान को लेकर कई तरह की जानकारी दी।
RJD से अलग पहचान बनाने की कोशिश
तेज प्रताप लंबे समय से RJD और लालू-तेजस्वी खेमे से अलग अपनी स्वतंत्र पहचान बनाने के लिए प्रयासरत हैं। 2025 विधानसभा चुनावों में दोनों भाइयों द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारने और विरोधी क्षेत्रों में प्रचार होने से पारिवारिक मतभेद स्पष्ट रूप से राजनीतिक संघर्ष में बदल चुका है। तेज प्रताप का यह बयान कि वह RJD में लौटने से बेहतर मरना पसंद करेंगे यह दिखाता है कि अब सुलह की संभावना लगभग खत्म हो चुकी है।
बिहार की राजनीति में बदल सकते हैं समीकरण
तेज प्रताप की अलग शैली, सोशल मीडिया पर पकड़ और यादव वोटरों में प्रभाव को देखते हुए JJD RJD के पारंपरिक वोट बैंक में सेंध लगा सकती है। वहीं NDA सरकार से उनके बढ़ते समीपता संकेत देती है कि भविष्य में नए राजनीतिक गठबंधन तैयार हो सकते हैं। अगर JJD अपने संगठन को मजबूत कर लेती है और यादव वोटों का हिस्सा हासिल कर लेती है, तो RJD को सीधा नुकसान झेलना पड़ सकता है। बिहार की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव दिखने की संभावनाएं तेज हो गई हैं।
अन्य राज्यों में भी चलेगा अभियान
तेजप्रताप यादव ने आज अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल का सदस्यता अभियान शुरू किया है। इस मौके पर बोलते हुए लालू के बेटे ने कहा कि आज से हमने अपने पार्टी की सदस्यता अभियान शुरू कर रहे है सिर्फ बिहार में ही नहीं अन्य राज्यों में भी पार्टी की सदस्यता अभियान चलाएंगे लोगों को पार्टी से जोड़ेंगे उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान निरंतर चलता रहेगा।



