पटना। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेज प्रताप यादव को हाल ही में मालदीव यात्रा के लिए कोर्ट से अनुमति प्राप्त करनी पड़ी। दरअसल, यह अनुमति उन्हें लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में जमानत मिलने के बाद मिली है, जिसमें तेज प्रताप यादव का नाम सामने आया था।

क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम मामला?

यह मामला तब सामने आया था जब बिहार सरकार के कार्यकाल में जमीन के बदले नौकरी देने के आरोप लगे थे। इस मामले में तेज प्रताप यादव और उनके परिवार के कुछ अन्य सदस्यों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच चल रही है। मामले में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं, जिनमें तेज प्रताप यादव का नाम भी आरोपियों के रूप में लिया जा रहा था।

कोर्ट से जमानत और पासपोर्ट सरेंडर की शर्तें

लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में जांच के दौरान तेज प्रताप यादव को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन उन्हें एक विशेष अदालत से जमानत मिल गई। इस जमानत के बाद कोर्ट ने उन्हें एक लाख रुपये के मुचलके पर जमानत दी और साथ ही शर्त रखी कि उन्हें अपना पासपोर्ट कोर्ट में सरेंडर करना होगा। इसके अलावा, उन्हें देश से बाहर जाने के लिए कोर्ट से अनुमति लेने की शर्त भी दी गई थी।

मालदीव यात्रा के लिए कोर्ट से अनुमति की आवश्यकता

चूंकि तेज प्रताप यादव का पासपोर्ट कोर्ट में जमा था, उन्हें विदेश यात्रा करने के लिए कोर्ट से विशेष अनुमति लेनी पड़ी। तेज प्रताप यादव ने कोर्ट में आवेदन किया और मालदीव यात्रा के लिए अनुमति मांगी। कोर्ट ने इस आवेदन पर विचार करते हुए उनकी यात्रा के लिए अनुमति दे दी, लेकिन साथ ही यह सुनिश्चित किया कि वह जांच प्रक्रिया से बचने के लिए देश छोड़कर नहीं जा रहे हैं।

आगे की कार्रवाई और पार्टी का रुख

तेज प्रताप यादव की मालदीव यात्रा के लिए कोर्ट से मिली अनुमति के बाद इस मामले में राजनीति और न्यायिक प्रक्रिया का मिश्रण सामने आया है। विपक्षी दल और राजद के आलोचक इसे सत्ता के दबाव और राजनीतिक मोहरे के रूप में देख रहे हैं, जबकि राजद के नेता इसे एक साधारण कानूनी प्रक्रिया मानते हैं।

मालदीव जा सकेंगे

तेज प्रताप 17 मई से 23 मई के बीच मालदीव जा सकेंगे, लेकिन सभी शर्तों का सख्ती से पालन करना होगा। कोर्ट के इस फैसले को लेकर सियासी हलकों में हलचल मची है। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने की अदालत ने तेज प्रताप को 25 हजार रुपये की जमानत राशि जमा करने की शर्त पर 17 से 23 मई के बीच मालदीव यात्रा करने की इजाजत दी है।