कुंदन कुमार/पटना: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी सदन के बाहर विपक्ष का हंगामा देखने को मिला है. विपक्ष के नेता हाथ में तख्ती लिए सदन के बाहर प्रदर्शन करते नजर आए हैं. दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव की सियासी तपिश के बीच विधानमंडल का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है, जो 5 दिनों तक चलेगा. 

‘चुनाव आयोग सामने नहीं आ रहा है’

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग सामने नहीं आ रहा है. सूत्र से खबर चलाई जा रही है. 2003 में जब विशेष पुनरीक्षण किया गया था, तब अटल जी की सरकार थी. 1 से 2 साल समय लगा था. एसआईआर में चुनाव आयोग ने जो 11 दस्तावेज मांगे हैं, वह गरीबों के पास नहीं है. तेजस्वी यादव ने कहा कि 4 करोड़ से अधिक लोग बिहार से पलायन करते हैं, लेकिन वोट देने बिहार ही आते हैं, लेकिन डर है कि उनका नाम वोटर लिस्ट से कट जाएगा. 

‘दोनों उपमुख्यमंत्री सूत्र से खबर दे रहे हैं’

आगे तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग का काम है निष्पक्ष चुनाव कराना नागरिकता सिद्ध करने का उनके पास कहा अधिकार है. तेजस्वी यादव ने कहा कि दोनों उपमुख्यमंत्री सूत्र से खबर दे रहे हैं. इस पर उपमुख्यमंत्री विजय सिंहा ने टोकते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष बिहार की जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा के 52000 से अधिक बीएलए ने कभी नहीं कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिए है. 

‘सारा काम हम लोगों ने किया है’

इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खड़ा होकर कहा कि तुम्हारे पिताजी 7 साल मुख्यमंत्री रहे और फिर तुम्हारी माताजी मुख्यमंत्री रही, बिहार का क्या स्थिति था? आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जो बोला जा रहा है, उसका क्या मतलब है. विधानसभा सत्र का आज तीसरा दिन है, अब दो ही दिन बचा है. सारा काम हम लोगों ने किया है. महिलाओं के लिए हम लोगों ने सभी काम किया है. चुनाव में जो अंड-बंड बोलना है बोलना. हम लोग तो चुनाव में है, जो विकास काम किए हैं, उसी को लेकर जाएंगे. 

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