Tejashwi Yadav attack Prashant Kishore: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज मगंलवार (7 जनवरी) को कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम के तहत कैमूर पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान बिना नाम लिए प्रशांत किशोर पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी ने कहा कि, बीपीएससी के आंदोलन को कुछ लोग राजनीति चमकाने के चक्कर में हाईजैक कर चुके हैं. उनके इस कांड से छात्रों पर एफआईआर हुई, लाठियां चलीं, जेल गए. अगर हम लोगों को क्रेडिट लेना होता तो गांधी मैदान भर देते, लेकिन छात्रों ने राजनीति से दूर आंदोलन को रखने की बात कही थी. हमने छात्रों के मुद्दों को लेकर दो बार मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.

‘प्रगति यात्रा नहीं बल्कि दुर्गति यात्रा’

वहीं, पिता लालू यादव की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फिर से साथ आने का न्योता देने के सवाल पर भी तेजस्वी ने कहा कि, मैंने अपने पिताजी को समझाया है. मुख्यमंत्री टायर्ड हैं. रिटायर्ड अधिकारियों के बदौलत सरकार चला रहे हैं. उनकी यह प्रगति यात्रा नहीं बल्कि दुर्गति यात्रा है. इसमें बिहार का दो अरब 25 करोड़ 78 लाख रुपया खर्च हो रहा है. बिहार गरीब राज्य है. यह पैसा कहां से आएगा? इतना पैसा खर्च करने के बाद भी जनता से बात नहीं करते हैं. वह सिर्फ अपने कुछ ट्रेंड अधिकारियों से ही बात करते हैं. उनको बोलने नहीं दिया जाता है.

पीके को पटना पुलिस ने किया था गिरफ्तार

गौरतलब है कि बीपीएससी की 70वीं परीक्षा को रद्द कराने की मांग कर रहे प्रशांत किशोर पिछले 2 जनवरी से आमरण अनशन पर हैं. इस बीच कल सोमवार को पटना पुलिस ने उन्हें गांधी मैदान से गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने उनपर प्रतिबंधित जगह धरना प्रदर्शन करने का आरोप लगाया था, जब उन्हें कोर्ट में पेश किया गया तो उन्होंने र्शत के साथ बेल लेने से इंकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें बेऊर जेल लाया गया. हालांकि इस बीच देर शाम उनके वकिल ने 25 हजार मुचलके के साथ बॉन्ड भर दिया, जिसके बाद पटना सिविल कोर्ट ने उन्हें बिना किसी शर्त के जमानत दे दी.

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