Bihar Politics: आज रविवार को पटना के गांधी मैदान में ‘इमारत-ए-शरिया’ की ओर से आयोजित ‘वक्फ बचाओ-दस्तूर बचाओ’ जनसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने मंच से हुंकार भरते हुए साफ कहा, ‘ये देश किसी के बाप का नहीं है. यह हम सबका हिंदुस्तान है.’
कार्यक्रम में बिहार के अलग-अलग हिस्सों से भारी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए थे. यह विरोध प्रदर्शन वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के खिलाफ आयोजित किया गया था, जिसे लेकर तेजस्वी ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार दोनों को निशाने पर लिया.
मुसलमानों, पिछड़ों और दलितों को निशाना बनाने का आरोप
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार सिर्फ वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने की साजिश नहीं कर रही, बल्कि मुसलमानों, पिछड़ों और दलितों के मताधिकार को भी खत्म करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि, यह केवल एक कानून नहीं, बल्कि संवैधानिक अधिकारों पर हमला है.
वोटर लिस्ट की समीक्षा को बताया साजिश
तेजस्वी ने विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण को लेकर भी चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए. उन्होंने इसे एक “बड़ी साजिश” बताते हुए कहा कि, बड़ी संख्या में वोटरों का नाम लिस्ट से काटा जा सकता है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनका नाम मतदाता सूची में मौजूद हो.
NDA को सत्ता से बाहर करने का आह्वान
तेजस्वी ने मंच से दावा किया कि, बिहार की जनता अब एनडीए सरकार से तंग आ चुकी है और आने वाले चुनाव में बदलाव तय है. उन्होंने कहा, “भाजपा जानती है कि उसकी सरकार जाने वाली है, इसलिए वो अब मतदाता सूची से छेड़छाड़ कर लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रही है.”
इस दौरान तेजस्वी यादव ने सभी वर्गों से अपील की कि वे एकजुट होकर भाजपा और उसकी सहयोगी ताकतों को हराएं, ताकि संविधान और अल्पसंख्यकों के अधिकार सुरक्षित रह सकें.
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