कुंदन कुमार/पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि सत्ता संरक्षित पेपर लीक माफिया ने फिर बिहार में लीक का बड़ा कारनामा किया है. कल सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (CHO) की हुई ऑनलाइन परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद इसे रद्द करना पड़ा. बिहार में कोई भी ऐसी परीक्षा नहीं हो रही, जिसमें BJP-JDU की घालमेल वाली सत्ता प्रायोजित धांधली नहीं हो रही है.

‘गड़बड़ी सबके सामने आ गई’

दरअसल, गड़बड़ी सबके सामने आ गई, तो मजबूरी में यह सरकार उसे रद्द करती है अन्यथा परीक्षा को साफ-सुथरा करार दे. परीक्षा माफिया से हुई कमाई का बंदरबांट कर लिया जाता है. क्या यह सत्य नहीं है कि सभी परीक्षाओं के पेपर लीक माफिया के कर्ता-धर्ता प्रदेश के मुखिया के गृह जिले से ही संबंध रखते है?

‘उनकी चुप्पी में ही लीक का रहस्य छुपा है’

जब तक नीतीश-भाजपा सरकार है, कोई भी परीक्षा कदाचार मुक्त हो ही नहीं सकती है, क्योंकि परीक्षा माफिया के सदस्य हर बार सरकार के ही करीबी निकलते हैं, क्या आपने कभी मुख्यमंत्री को किसी भी पेपर लीक पर बोलते सुना है? पेपर लीक सह परीक्षा माफिया पर उनकी चुप्पी में ही लीक का रहस्य छुपा है? यह संयोग तो नहीं हो सकता है कि सभी परीक्षाओं एवं पेपर लीक के तार हमेशा एक विशेष जिले से ही जुड़े रहते है?.

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