रायपुर. अगर तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है, तो मित्रों में आपसे कह सकता हूं ओवैसी को यहां से वैसे ही भागना पड़ेगा, जैसे हैदराबाद से निजाम को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा था. एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को लेकर उत्तरप्रदेश के मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान से तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जुबानी जंग छिड़ गई है.

योगी के इस बयान के चंद घंटे बाद ही असदुद्दीन ओवैसी ने तीखा हमला करते हुए पार्टी की सभा में बोला कि आदम अले सलाम जन्नत से निकल कर जब दुनिया में कदम रखे तो हिन्दुस्तान में रखे. ये हिन्दुस्तान मेरे बाप का मुल्क है. कोई नहीं निकाल सकता मुझे. हिन्दुस्तान मेरे अब्बा का मुल्क है. मेरे डैडी का मुल्क है, मेरे पप्पा का मुल्क है, मेरे पिताजी का मुल्क है. जब पिताजी का मुल्क है तो बेटा काहे निकलेगा. लगे हाथों उन्होंने योगी को इतिहास में जोरी बताते हुए निजाम को भारत-पाकिस्तान के विबाजन के बाद राजप्रमुख बनाए जाने का जिक्र करते हुए चीन की लड़ाई में सोना देने की बात कही.

चाय, चाय बोलकर ये जनाब कान से पीप निकालने में लगे

वहीं असदुद्दीन ओवैसी के भाई और एआईएमआईएम के दूसरे चेहरे अकबरुद्दीन ओवैसी ने दूसरी सभा में एक कदम और आगे निकल गए. उन्होंने सभा में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मत छेड़ो चाय वाले. इतना बोलूंगा, इतना बोलूंगा कि कान में से पीप निकलने लगेगा. आज हमसे पूछ रहे हमने क्या किया, अरे तुमने क्या किया. बात करे कि चाय, चाय, चाय, चाय, चाय, हर बखत वही. डिमोनेटाइजेशन. ये चाय, वो चाय. चाय की केटली, चाय की पत्ती, चाय का चूल्हा, चाय, चाय, चाय. ये वजीरे आजम है या क्या है. अरे चाय वाला था, अब वजीरे आजम है. अरे वजीरे आजम जैसे बन जाओ.

सौजन्य ANI –