Telecom Companies Tariffs : मोबाइल टेलीकॉम सेवाएं और महंगी हो जाएंगी. ये कंपनियां अगले 12 महीनों में कई बार टैरिफ बढ़ाएंगी. इस साल 3 जुलाई को टैरिफ में 25% की बढ़ोतरी हो चुकी है.

केयरएज रेटिंग्स के मुताबिक, इस बढ़ोतरी से टेलीकॉम कंपनियों जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया का औसत रेवेन्यू प्रति यूजर (RPU) 15% बढ़कर ₹182 से ₹220 हो जाएगा. कंपनियां RPU को ₹300 से ऊपर ले जाने की तैयारी कर रही हैं.

भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल का कहना है, ‘प्रति यूजर रेवेन्यू ₹300 तक पहुंचने के बाद भी भारत दुनिया का सबसे सस्ता टेलीकॉम मार्केट बना रहेगा.’

10 साल में डेटा खपत 4 गुना बढ़ी ( Telecom Companies Tariffs)

देश में इंटरनेट की पहुंच 2014 में सिर्फ 13.5% थी, जो 2024 में चार गुना बढ़कर 52.2% हो गई. 2018-19 से 2022-23 के बीच टेलीकॉम इंडस्ट्री की आय में 1 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई.

2016 में 4जी सेवाएं शुरू होने के बाद टैरिफ में कमी आई थी. इसके बाद देश में इंटरनेट की पहुंच तेजी से बढ़ी. फीचर्स की मांग भी बढ़ी. अब 5जी सेवाएं शुरू हो गई हैं. जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ रही है, डेटा का इस्तेमाल भी बढ़ रहा है. कंपनियां इस ट्रेंड का फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं. वित्त वर्ष 2023-24 में टेलीकॉम इंडस्ट्री की कुल आय 2.4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई. पिछले 10 सालों में टेलीकॉम कंपनियों की संख्या 22 से घटकर 5 पर आ गई है.

7 साल में 36% बढ़ सकता है टैरिफ

बैंक ऑफ अमेरिका का मानना ​​है कि अगले 5 सालों के दौरान भारत में टेलीकॉम आरपीयू 13.6% बढ़कर ₹250 और 7 सालों में 36.4% बढ़कर ₹300 हो जाएगा. सिटी रिसर्च का अनुमान है कि आने वाले सालों में एयरटेल टैरिफ में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी करेगी. यह 2025-26 तक ₹270 और 2027 तक ₹305 तक पहुंच सकता है.

1 रुपये की बढ़ोतरी से 1 हजार करोड़ का मुनाफा

रेटिंग एजेंसियों के मुताबिक, टेलीकॉम कंपनियां अगले कुछ सालों में प्रति यूजर रेवेन्यू ₹80 बढ़ाने के रोडमैप पर काम कर रही हैं. केयरएज रेटिंग्स ने कहा, ‘हमारे विश्लेषण के मुताबिक, आरपीयू में हर 1 रुपये की बढ़ोतरी से टेलीकॉम इंडस्ट्री का मुनाफा 1,000 करोड़ बढ़ जाता है.