दिल्ली। कोरोना ने पूरी दुनिया में तहस नहस मचा दी। इसके चलते कई देशों की तो अर्थव्यवस्था तबाह हो गई। भारत भी इससे अछूता नहीं रहा।

कोरोना वायरस के चलते देश के कई सेक्टरों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हजारों कंपनियों को इस वायरस की वजह से तगड़ा घाटा और दिक्कत झेलनी पड़ी जिससे कंपनियों ने अपना कारोबार बंद कर दिया। बीते साल अप्रैल 2020 से लेकर फरवरी 2021 के दौरान सरकार के पास रजिस्टर्ड 10,113 कंपनियों ने स्वेच्छा से शट डाउन का फैसला लिया है। कोरोना संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित राजधानी दिल्ली रही। दिल्ली की 2,394 कंपनियां इसके चलते बंद हो गई।

 

दरअसल, कोरोना के चलते देश में लगाए गए लॉकडाउन के ऐलान के बाद देश की आर्थिक गतिविधियों को बड़ी तगड़ी चोट पहुंची है। भारत सरकार के कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के तहत इस साल फरवरी तक देश में 10,113 कंपनियों ने स्वेच्छा से अपना कारोबार बंद करने का फैसला किया है।लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने यह जानकारी दी।