डब्बू ठाकुर,कोटा. बिलासपुर जिले के कोटा थाना क्षेत्र अंतर्गत अरपा नदी में रेत का काला कारोबार खनन माफियाओं के द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है. इस कार्य को अंजाम देने के लिए खनन माफिया भोर सुबह से ही वाहन लेकर नदी में पहुंच जाते है. नदी से निकाली गई रेत का इन खनन माफियाओं के द्वारा आस-पास के क्षेत्र में लंबे दामों में बिक्री की जाती है. मिली जानकारी के मुताबिक रेत के अवैध कारोबार में संल्पित कारोबिरियों की सूचना स्थानीय नागरिकों के द्वारा पुलिस को फोन लगा कर दी गई. जिसे कोटा थाने की पुलिस ने संज्ञान में लेते हुए उपनिरीक्षक एलआर चौहान ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर ताबड़तोड़ कार्रवाई किए. पुलिस की इस कार्रवाई से आस-पास के रेत का अवैध व्यापार करने वालों में हडकंप की स्थित बन गई. मौके पर कोटा थाने के उपनिरीक्षक चौहान ने दस ट्रैक्टर-ट्राली जब्त कानूनी कार्रवाई दर्ज किए.
महीनों से चल रहा था रेत का कारोबार
प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने से खनन माफियाओं का यह काला कार्य महीनों से चल रहा है. जिसके कारण इनके हौसले इतने बुलंद हो गए कि इन्हें प्रशासनिका कार्रवाई का कोई भय नहीं रह गया. ग्रामीणों ने बताए कि अरपा नदी से रेत निकालने का काम भोर 4 बजे प्रारंभ होकर देर रात्री तक धड़ल्ले से चलता रहता है.
कोटा पुलिस ने बताया कि पकड़ी गई ट्रैक्टर-ट्राली को ट्रैक्टर मालिक के ऊपर अवैध उत्खनन तहत के तहत मामला दर्ज किया गया है तथा रिपोर्ट खनन अधिकारी को भेज दी गई है। वहीँ इसके अलावा कोटा क्षेत्र में खुलेआम अरपा नदी से अवैध रेत खनन पर खनिज विभाग इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा जिससे ग्रामीणों को पुलिस हेल्पलाइन का सहारा लेना पड़ रहा. वहीं ट्रैक्टर चालक सुबह पांच बजे से शुरू हो जाते हैं और रेत भरकर एक दिन में आठ से दस चक्कर तक लगा देते है.
खनिज विभाग की चुप्पी
कोटा थाने अंतर्गत अरपा नदी पर हो रहे अवैध रेत का खनन की जानकारी खनिज विभाग को होने के बाद भी चुप्पी साधे हुए है. ग्रामीणों ने बताए कि इन कारोबारियों के द्वारा यहां से रेत निकाल कर मंहगे मूल्य पर बेची जा रही है. जिसकी जानकारी खनिज विभाग को भी है.