बेलगावी। महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिले बेलगावी में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। महाराष्ट्र के साथ बेलगावी जिले के विलय की मांग करने वाली पार्टी महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस) के सदस्यों ने मंगलवार को बंद का आह्वान किया था। सोमवार को एमईएस नेता दीपक दलवी का चेहरा काला करने वाले कन्नड़ कार्यकर्ताओं के काम की निंदा करने के लिए बंद का आह्वान किया गया था। यह घटना उस समय हुई जब एमईएस कर्नाटक सरकार द्वारा आयोजित शीतकालीन विधानसभा सत्र के समानांतर बेलगावी में ‘महामेलव’ का आयोजन कर रहा था।

पुलिस ने बेलगावी में बंद आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। सीमावर्ती शहर और सुवर्ण सौधा के आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

जिला प्रशासन की अनुमति के बिना ‘महामेलव’ का आयोजन किया गया था। सोमवार को एमईएस पार्टी ने बेलगावी के तिलकवाड़ी क्षेत्र में सोमवार को मंच बनाया। इस मौके पर पहुंची पुलिस ने मंच को खाली करा दिया। इस पर पुलिस और एमईएस कर्मियों के बीच कहासुनी हो गई।

इस बीच मौके पर पहुंचे कन्नड़ कार्यकर्ताओं ने दीपक दलवी का चेहरा काला कर दिया। पूर्व विधायक मनोहर किनी व अन्य पर भी काला रंग छिड़का गया। तभी तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई और पुलिस ने कन्नड़ कार्यकर्ताओं को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तिलकवाड़ी थाने में कर्नाटक नव निर्माण पड़े युवा अध्यक्ष संपत कुमार देसाई और तीन अन्य पर भी मामला दर्ज किया है।

एमईएस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मौके से तिलकवाड़ी थाने तक रैली निकाली। एनसीपी और शिवसेना पार्टियों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया गया है। एमईएस कार्यकर्ताओं ने बाद में सम्मान के प्रतीक के रूप में दीपक दलवी पर ‘क्षीरभिषेक’ (दूध डालना) किया।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस घटना की निंदा की और कहा है कि ये घटनाएं मराठी भाषी क्षेत्रों को महाराष्ट्र राज्य के साथ विलय करने के उद्देश्य से आंदोलन के लिए एक झटका साबित नहीं होंगी।

कन्नड़ कार्यकर्ताओं ने 2005 में बेंगलुरू में बेलगावी सिटी कॉरपोरेशन के तत्कालीन मेयर विजय मोरे का चेहरा काला कर दिया था, जिसमें महाराष्ट्र के साथ बेलगावी के विलय के लिए निगम में लिए गए प्रस्ताव की निंदा की गई थी।