शिवा यादव, दोरनापाल. सीआरपीएफ का 79वां स्थापना दिवस आज पूरे देश सहित छत्तीसगढ़ में मनाया गया. इस दौरान शहीदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. इसी कड़ी में दोरनापाल में स्थित सीआरपीएफ 74 वाहिनी के मुख्यालय में स्थापना दिवस के कार्यक्रम को आयोजन किया गया. जिसमें अब तक नक्सल क्षेत्र में अपनी सेवा देते हुए अपनी प्राण न्योछावर करने वाले शाहिद जवानों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.
कार्यक्रम में वाहिनी के कमांडेंट प्रवीण कुमार, अधिकारीगण व जवानों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए संकल्प लिया कि क्षेत्र की विकास और सुरक्षा के लिए हम सब सदा तैयार रहेंगे. जिससे क्षेत्र जल्द नक्सल मुक्त हो और क्षेत्र का विकास हो. इसके अलावा बटालियन मुख्यालय में स्थापना दिवस पर विभिन्न खेल कूद व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा.
बता दें कि सीआरपीएफ भारत के केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सबसे बड़ा है. सीआरपीएफ की प्राथमिक भूमिका पुलिस कार्रवाई में राज्य संघ शासित प्रदेशों की सहायता, कानून-व्यवस्था और आतंकवाद विरोध में निहित है. यह क्राउन प्रतिनिधि पुलिस के रूप में 27 जुलाई 1939 को अस्तित्व में आया था. भारतीय स्वतंत्रता के बाद 28 दिसंबर 1949 को सीआरपीएफ अधिनियम के लागू होने पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल बन गया. 230 बटालियनों और विभिन्न प्रतिष्ठानों के साथ भारत का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल माना जाता है.