हरिओम श्रीवास. मस्तूरी. बिलासपुर जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र इलाकों में बड़े पैमाने पर गांजे की खेती की जा रहा था. ग्राम रलिया में  नरोत्तम चन्द्राकर अपने घर के पीछे बाड़ी  में सब्जियों फसल के बीच गांजे की खेती हो रही थी. मुखबिर की सूचना पर मस्तूरी में पदस्थ थाना प्रभारी डी के कुर्रे के निर्देश पर आरक्षक गांव में शिविल ड्रेस में जहा कुछ ग्रामीणो से  नरोत्तम चन्द्राकर का पतासाजी करने लगे और जानकारी मिलने पर उनके घर पहुचे और बाड़ी की ओर गए देखने मे सभी आरक्षक किसी गांव से आये हो ऐसा दिख रहे थे.

जब आरोपी के घर गांजे का पौधा देख उनके भी होश उड़ गये और तत्काल  थाना प्रभारी को सूचना दी और दलबल के साथ रलिया पहुचे इतनी भारी मात्रा में पौधा था. आरोपी से पूछताछ करने पर टालमटोल करने लगा और जनाकारी नही होने की बात कही इससे पहले भी आरोपी द्वारा गांजा बेचने की शिकायत मिल चुका था. लेकिन पुलिस के गिरफ्त से बाहर थे.

सप्ताह भर पहले आये थाना प्रभारी को सूचना मिलते ही कार्यवाही कर आरोपी को जेल भेजने की तैयारी में जुटे आरोपी कई वर्षो  से गांजे का कारोबार कर रहे थे. मस्तूरी पुलिस के लिए यह बड़ी कामयाबी रही  है. जप्त किए हुए गांजे पौधे की कीमत 1 लाख रुपए से अधिक की बताई जा रही है. मस्तूरी थाना के उप निरीक्षक यदु, हवलदार जीवन, जायसवाल,रक्षक सांदीप शर्मा चंद्रप्रकाश भारद्वाज, के के महिलांगे,मनमोहन कोशले, प्रेम बंजारे, संतोष पाटले, आरोपी को पकड़ने में  शामिल रहे.