डब्बू ठाकुर,कोटा. बिलासपुर जिले में रतनपुर से कोटा लोरमी मार्ग का 106 करोड़ की लागत से 50 किलोमीटर की सड़क का टेंडर निकाला गया. जिसे बिलासपुर की जिंदल पी आर एल इंफ्रास्ट्रक्चर ने लिया था. पर दो साल गुजर जाने के बाद भी सड़क आज तक अधूरी पड़ी हुई है. वहीं पिछले कई महीने से मजदूरों को मजदूरी नहीं मिलने पर रमन विहार स्थित आफिस में धरना दे दिया. वहीं सुपरवाइजर मनोज अग्रवाल ने दबाव बढ़ता देख भुगतान करने की बात कह दी. लेकिन मजदूर सुपरवाइजर का विरोध करना महंगा पड़ गया और उसे अंत में खाली हाथ लौटना पड़ा.

दरअसल सरकार ने पूरे प्रदेश में जनता की सुविधाओं को देखते हुए आवागमन के लिए सड़कों को दुरूस्त करने नई सड़क बनाने करोडों रूपए की लागत से सड़क का निर्माण करा रही है. जिसको टेंडर के माध्यम से निर्माण कराया जा रहा है. जो निश्चित समय अवधि में बनकर तैयार हो और जनता को इसका लाभ मिल सके इस वजह से इसका टेंडर जिंदल पी आर एल इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया. करोड़ों की भारी लागत से एशियन डेवलपमेंट बैंक एडीबी द्वारा जिंदल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के माध्यम से सड़क का निर्माण तो हो रहा है. जो कि गुणवत्ता विहीन निर्माण को लेकर शुरू से ही सुर्खियों में रहा. वहीं सड़क का निर्माण धीमी गति से भी चल रहा है.