संतोष राजपूत, डोंगरगढ़. ग्रामीण बैंक के मैनेजर सहित एक अन्य कर्मी पर कमीशनखोरी का आरोप लगा है. ग्रामीणों की मानें तो किसानों को मिलने वाली बीमा की राशि निकलवाने के लिए इन बैंक कर्मियों द्वारा कमीशन की मांग की जाती है. बैंक कर्मियों की इस मनमानी से परेशान ग्रमीणों ने अब बैंक प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. और इस पूरे मामले की शिकायत संबंधित अधिकारी से की है. जिस पर अधिकारी ने भी जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।.
मामला डोंगरगढ़ से 18 किलोमीटर दूर ग्राम ढारा स्थित दुर्ग राजनांदगांव ग्रामीण बैंक का है. जहां के बैंक मैनेजर विकास वासनिक और दैनिक वेतन भोगी चपरासी दिनेश वर्मा पर कमीशन मांगने का आरोप लगा है. ग्रामीणों का कहना है कि इन बैंक कर्मियों द्वारा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों को मिलने वाली बीमा की राशि के भुगतान के लिए कमीशन मांगा जाता था. जो की 2 दो हजार रूपये से लेकर 28 हजार रूपये तक है.
बैंक कर्मियों की इस मांग से परेशान ग्रामीण आज तहसील कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी के नाम नायाब तहसीलदार बजरंग साहू को ज्ञापन सौपा है और मामले में दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
शिकायत करने पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि केसीसी मामले में भी सभी हितग्राहियों से बैंक मैनेजर विकास वासनिक ने 10 प्रतिशत कमीशन लिया है, उन्होंने बताया कि जब वे इस मामले की जानकारी लेने ढारा ग्रामीण बैंक पहुंचे तो बैंक मैनेजर विकास वासनिक व चपरासी दिनेश वर्मा दोनों ही बैंक से गायब थे. इसके बाद उन्होंने बैंक मैनेजर को मोबाइल पर भी सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसका मोबाइल बंद था. जिसके बाद उन्होंने नायब तहसीलदार बजरंग साहू को ज्ञापन सौपते हुए जल्द से जल्द मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है.
वही शिकायत मिलने के बाद अधिकारी ने मामले की जांच कर कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया है.