नई दिल्ली। सुरक्षा एजेंसियों ने 26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया है. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने सूचना दी थी कि दिल्ली में बड़ा आतंकी हमला प्लान किया गया है. खुफिया एजेंसियों की सूचना पर जीआरपी ने मथुरा के पास भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस से संदिग्ध कश्मीरी आतंकी को गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी ने पूछताछ में दिल्ली को दहलाने की साज़िश का भंडाफोड़ किया है. उसने ये भी बताया कि इस काम में उसके 2 साथी भी साथ थे. उसने बताया कि उसके दोनों साथी अभी भी दिल्ली में ही कहीं पर छिपे हुए हैं. इसके अलावा भी गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी ने कई जानकारी दी है, जिसके आधार पर पुलिस अब कार्रवाई कर रही है.
गिरफ्तार आतंकी का नाम बिलाल अहमद वानी है. वो अनंतनाग के बिलगांव का रहने वाला है. रविवार सुबह साढ़े 8 बजे जैसे ही भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस यहां पहुंची. उसके बोगी नंबर-3 से उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से अपना और एक महिला का आधार कार्ड और एक सिम मिला है. जीआरपी थाने में आर्मी इंटेलिजेंस, इंटेलिजेंस ब्यूरो, लोकल इंटेलिजेंस, एसपी सुरक्षा सिद्धार्थ वर्मा और एटीएस ने उससे आठ घंटे तक पूछताछ की.
अक्षरधाम मंदिर को भी निशाना बनाने वाले थे आतंकी
पूछताछ में गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी ने बताया कि वो और उसके साथी रिपब्लिक डे पर दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर को भी निशाना बनाने वाले थे.
कश्मीरी आतंकी के बयान में विरोधाभास
संदिग्ध आतंकी बार-बार अपना बयान बदल रहा है. उसने कहा कि उसके साथी मास्टरमाइंड हैं. वो दिल्ली में ड्राइविंग करता था, लेकिन वहां से भाग गया. गलत ट्रेन में बैठने के कारण वो मथुरा आ गया. इधर पूछताछ के दौरान उसने नुकाली चीज़ से अपनी छाती पर वार करके खुद को घायल भी कर लिया है.
सूत्रों के मुताबिक, संदिग्ध आतंकी की निशानदेही पर पुलिस ने दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में दो होटलों में उसके दो साथियों को पकड़ने के लिए दबिश दी. लेकिन दोनों फरार हो चुके थे. पुलिस टीम को पता चला है कि 3 जनवरी को दो संदिग्ध होटल अल राशिद में रुकने आए थे. दोनों संदिग्धों के नाम मुदासिर अहमद और मोहम्मद अशरफ हैं.
मामले में आया नया मोड़
इधर इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है. पहले दावा किया गया था कि गिरफ्तार बिलाल अहमद वानी आंतकी साज़िश में शामिल है. लेकिन अब कहा जा रहा है कि इससे पूछताछ में आंतकी एंगल का पता नहीं चला है. बल्कि इसे ड्रग्स लेने की वजह से और बिना टिकट यात्रा करने पर गिरफ्तार किया गया है.
बहरहाल सच्चाई क्या है, ये तो जांच के बाद ही सामने आ पाएगी. फिलहाल गिरफ्तार शख्स के बार-बार बयान बदलने से पुलिस को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं 2 फरार लोगों की भी तलाश जारी है. उनकी गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट रूप से मामले का खुलासा हो सकेगा.