अमित शर्मा, श्योपुर। जब पुलिस ही साथ ना दे तो फरियादी कहां जाए। एक किसान ने अपनी बेटी के लिए पुलिस से इंसाफ मांगा, लेकिन जब कोई मदद नहीं मिली तो मजबूर होकर रस्सी से बने फंदे पर लटक कर जान दे दी। घटना श्योपुर जिले के सोंठवा गांव के पास खेतों का है। जहां गुरुवार की दोपहर किसान ओमप्रकाश मीणा की लाश पेड़ पर बंधे रस्सी के फंदे पर लटकी मिली है। मौत की वजह दामाद द्वारा बेटी को प्रताड़ित कर घर से निकालकर दूसरी शादी करना बताया जा रहा है। जिसकी शिकायत भी किसान और उसके बच्चों के द्वारा एसपी आलोक कुमार सिंह, महिला थाना पुलिस और सीएम हेल्पलाइन पर पिछले 4-5 दिनों से लगातार की गई थीं। इसके बाद भी पुलिस अधिकारियों ने कोई एक्शन नहीं लिया और आरोपी दमाद ने पिछली 3 मई को दूसरा विवाह भी कर लिया।

मृतक किसान की परिजनों की मानें तो वह अपने दामाद की दूसरी शादी रुकवाने के लिए पिछले 5 दिनों से पुलिस अफसरों के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे थे। इसके बाद भी पुलिस अधिकारियों के द्वारा उनकी सुनवाई नहीं की। आरोपी दमाद और उसके पिता व भाई उन्हें लगातार धमकियां दे रहे थे। सिस्टम के इस खेल से परेशान होकर किसान ने रस्सी के फंदे पर झूलकर खुदकुशी कर ली। अब मामले की जानकारी मिलने के बाद देहात थाना पुलिस ने मर्ग कायम करके शव का पीएम करवाकर मामले की जांच शुरू कर दी है। किसान की खुदकुशी के पीछे की वजह स्पष्ट है क्योंकि, किसान के द्वारा दामाद की दूसरी शादी रुकवाने के लिए लगातार शिकायतें की जा रही थी।

वह नहीं चाहते थे कि, उनकी बेटी का रिश्ता टूटे, इसलिए उन्होंने दूसरी शादी करने वाले युवती के परिवार वालों से भी इस बारे में बात की थी। लेकिन, उन्होंने भी उनकी बात नहीं मानी, आरोपी दमाद के परिवार वाले उन पर दबाव बनाने लगे और उन्हें धमकियां भी देने लगे। इससे परेशान होकर आखिर में उन्होंने फंदे पर लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। अब एसपी आलोक कुमार इस मामले में मीडिया से बात करने को तैयार नहीं है और उन्होंने जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश भी दे दिए हैं कि, वह मीडिया को किसी भी मामले पर बाइट नहीं दें। इस वजह से पुलिस ने इस मामले में क्या एक्शन लिया है अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है।

जानकारी के अनुसार मृतक किसान ओम प्रकाश मीणा की ग्रेजुएट बेटी कोमल उर्फ कॉम्बीना का करीब डेढ़ से 2 साल पहले प्रेमसर गांव निवासी लवकुश के साथ विवाह आयोजित हुआ था, किसान ओमप्रकाश ने अपनी हैसियत और बेटी के ससुराल वालों की मांग के अनुसार करीब तेरह लाख रुपए का दहेज भी शादी में दिया था। उनकी बेटी पढ़ी लिखी थी इसके बावजूद उसके ससुराल वाले उससे 50 मवेशियों का गोबर उठाने के लिए दबाव बनाते थे, मना करने पर 6 महीने पहले उसकी मारपीट करके उसे घर से बाहर निकाल दिया, तभी से उनकी बेटी मायके में ही रह रही है।

किसान ओमप्रकाश ने उसकी बेटी के ससुराल वालों को कई बार मनाने का प्रयास भी किया लेकिन, वह उनकी बेटी को अपने साथ रखने को तैयार नहीं हुए। मजबूर पिता अपनी बेटी को फिर से उसकी ससुराल भेजने के प्रयासों में जुटे थे, तभी पिछले शुक्रवार को उन्हें जानकारी मिली कि, उनका दामाद दूसरा विवाह कर रहा है, तो उन्होंने फिर से अपने दामाद और उनके पिता को समझाने का प्रयास किया लेकिन, वह नहीं माने तो उन्हें मजबूर होकर एसपी और महिला थाने में गुहार लगानी पड़ी। पुलिस ने भी उनकी कोई मदद नहीं की और दामाद ने दूसरी शादी भी कर ली, इसके बाद मजबूर किसान ने खुदकुशी कर ली।

इस मामले में लल्लूराम डॉट काम ने एसपी आलोक कुमार से बात करने की कोशिश की, उन्हें इस मामले पर कोई भी बात करने से इंकार कर दिया। इसके अलावा एसपी ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को भी किसी भी मामले पर बाइट देने से मना किया हुआ है। इस वजह से इस मामले में देहात थाना प्रभारी भी कोई भी जवाब देने से बचते दिखे। देहात थाना प्रभारी भारत सिंह गुर्जर से बात करने की कोशिश की लेकिन, वह सवाल सुनते ही दूसरी तरफ चलते बने। पुलिस का यह रवैया कोई पहले मामले में ऐसा नहीं है बल्कि, हर निगेटिव मामले में एसपी का यही रवैया रहता है। मृतक किसान के बेटे धर्मानंद मीणा का कहना है कि, उनकी बहन ग्रेजुएट है इसके बावजूद ससुराल वाले 50 मवेशियों का गोबर डालने का दबाव बनाते थे। मना करने पर उसे मारपीट करके घर से निकाल दिया था। पिछले 6 महीने से वह अपने पिता के घर रह रही थी। 3 मई को हमें जानकारी मिली कि वह दूसरा विवाह कर रहे हैं। इस पर पहले हमने महिला थाने में आवेदन दिया और फिर एसपी और सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की। पुलिस ने पकड़ कर लाए लेकिन हाल ही में छोड़ दिया।

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