रायपुर. पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाओं की अव्यवस्था का हाल किसी से छुपा नहीं है. चाहे वह छत्तीसगढ़ हो या मध्यप्रदेश, कमोबेश दोनो राज्यों में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का बुरा हाल है.
मौत के बाद लाश को ससम्मान न लेजाकर कभी आटो, तो कभी ठेले में ले जाने वाली तस्वीरें अक्सर आती है जो मानवता को शर्मसार करती है. अब ऐसी ही तस्वीर मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ से आई है. यहां एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध न होने पर मलबे में दबकर खत्म हुए स्कूली छात्र के शव को हाथ ठेला पर ढोकर अस्पताल ले जाना पड़ा. पुलिस के अनुसार, मंगलवार को सुबह जतारा कस्बे का 11वीं का छात्र अमित जैन साइकिल से ट्यूशन पढ़ने जा रहा था, तभी एक मकान का छज्जा ढह गया, छज्जा के मलबे के नीचे अमित दब गया. अमित को निकालने के लिए परिजनों और लोगों ने अभियान चलाया और जब तक उसे बाहर निकाला, तब तक उसकी जान जा चुकी थी. अमित के परिजनों ने बताया कि एंबुलेंस के लिए डायल 108 और 100 को फोन किया गया, मगर एंबुलेंस नहीं आई. आखिरकार बच्चे को शव को हाथ ठेला से अस्पताल ले जाना पड़ा.