रिपोर्ट- पुरुषोत्तम पात्रा, गरियाबंद।
lalluram.com की खबर का बड़ा असर हुआ है, खबर के बाद समाज कल्याण विभाग ने दामिनी को छत्तीसगढ़ में योग का ब्रांड एंबेसडर बनाने की घोषणा की है।  बुधवार को छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष संजय अग्रवाल उनके घर पहुंचे और उन्होंने दामिनी को ब्रांड एंबेसडर बनाने का ऐलान किया। धमतरी की रहने वाली दामिनी छत्तीसगढ़ में योग की पहली ब्रांड बनाई गई है।योग आयोग के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए दामिनी को हर संभव मदद देने की घोषणा की है।

लल्लूराम डॉट कॉम का किया शुक्रिया अदा

वहीं योग का ब्रांड एंबेसडर बनने के बाद दामिनी भी खुश है उसने कहा कि उसे मौका मिला तो वो विश्व स्तर पर प्रदेश और भारत का नाम रोशन करेंगी। दामिनी ने इसके लिए lalluram.com का शुक्रिया अदा किया है। उसने कहा कि lalluram.com  की खबर की वजह से ही उसे ब्रांड एंबेस्डर बनाया गया और उससे मिलने आयोग के अध्यक्ष पहुंचे।

देखिये क्या कहा दामिनी ने

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कौन हैं दामिनी कैसे आई सुर्खियों में

गौरतलब है कि दामिनी ने नेपाल में आयोजित योग प्रतियोगिता में पाकिस्तान को हराकर गोल्ड मेडल जीता था। उस के बाद भी दामिनी को रेजा का काम करना पड़ रहा था। इस खबर को लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रमुखता से उठाया था जिसके बाद समाज कल्याण विभाग ने संज्ञान लेते हुए दामिनी को योग का ब्रांड एंबेसडर बनाया है।

धमतरी जिले के कुरुद विकासखण्ड के दर्रा गांव में रहने वाली दामिनी बेहद गरीब परिवार से हैं और उनके पिता परदेसी राम साहू पेशे से मजदूर हैं। 19 साल की दामिनी 9 साल के उम्र से योगा कर रही हैं।गांव के मिडिल स्कूल में क्रीड़ा शिक्षक से प्रेरित होकर दामिनी ने अपने इस अभ्यास को निरंतर जारी रखा। सभांग स्तरीय शालेय क्रीड़ा में बेहरत प्रर्दर्शन कर दामिनी ने पहले तो भिलाई,महासमुंद फिर इंदौर में चार मैडल अपने नाम किया। दामिनी बीकॉम की पढ़ाई कर रही हैं इस साल उन्होंने फर्स्ट ईयर की परीक्षा दी है। 

दामिनी ने पाकिस्तान को नेपाल में जो पटखनी दी है, उसे वहां तक पहुंचने के लिए भी कर्ज लेना पड़ा। योग में अव्वल रहने के बावजूद मजदूर परिवार की इस बेटी को अंतर्राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में जाने के लिए जब कहीं से कोई मदद नहीं मिली तो उसके पिता ने साहूकार से ब्याज में पैसा लेकर उसे नेपाल भेजा। जहां कई देशों के खिलाड़ियों की मौजूदगी में दामिनी ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिखाते हुए पाकिस्तान को मात देते हुए गोल्ड मेडल जीता था।

गरीब परिवार की होने की वजह से उसे आर्थिक तौर पर काफी संघर्ष करना पड़ा। परिवार की मदद और अपनी पढ़ाई के लिए यह बेटी रेजा-कुली बनने को मजबूर हो गई थी। जिसके बाद lalluram.com ने अपनी सामाजिक सरोकारता का परिचय देते हुए छत्तीसगढ़ की इस बेटी को मदद मुहैया कराने का संकल्प लिया और लगातार इस पर खबर प्रकाशित कर इस मामले को सरकार व जिम्मेदार विभाग के सामने उठाया। जिसके बाद सरकार ने संज्ञान लेते हुए योग आयोग के अध्यक्ष संजय अग्रवाल को दामिनी के घर भेजा। जहां अग्रवाल ने उसे  ब्रांड एंबेस्डर बनाए जाने की घोषणा की।