रायपुर. सत्यमेव जयते फाउंडेशन ने राजधानी के विलुप्त होते तालाबों पर चिंता व्यक्त किया है. फाउंडेशन ने तालाबों की स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की तैयारी कर ली है. सत्यमेव जयते फाउंडेशन के प्रदेश संयोजक कन्हैया अग्रवाल ने बताया कि राजधानी के 227 तालाबों में से लगभग 50 तालाब विलुप्त हो चुके हैं. वहीँ कई तालाब विलुप्त होने के कगार पर पहुँच चुके हैं.
फाउंडेशन के संयोजक ने बताया कि श्वेत पत्र की मांग को लेकर फाउंडेशन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शीघ्र ही कलेक्टर से मिलेंगे. फाउंडेशन ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए कहा कि रायपुर शहर में स्थित 227 तालाबों के मूल स्वरुप, तालाबों का वर्तमान स्वरूप, तालाब का पानी की स्थिति और तालाब के वर्तमान उपयोग के संबंध में विस्तृत सर्वे कराकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग 02 वर्षों से की जा रही है. परंतु तालाबों को बेचने वाले भू-माफिया और उनके संरक्षणकर्ताओं के प्रभाव की वजह से आज तक शहर के तालाबों का सर्वेक्षण नही हो रहा है.
अग्रवाल ने आगे कहा कि रायपुर शहर के 227 तालाबों में से लगभग 50 तालाब विलुप्त हो गए हैं. उन तालाबों को प्लाटिंग करके भेज दिया गया है. लगभग 50 तालाब आधे से ज्यादा पाटे जा चुके हैं. फाउंडेशन ने आरोप लगाते हुए कहा कि शेष तालाबों को भी धीरे-धीरे कर बेचने की तैयारी शासन – प्रशासन, भू माफिया के संयुक्त साठगांठ में हो रहा है। तालाबों को बचाने के लिए सभी तालाबों का पूर्ण सर्वेक्षण एवं तालाब का चारों दिशाओं से सीमांकन किया जाना अनिवार्य है.
क्या होता है श्वेत पत्र
किसी महत्वपूर्ण विषय पर सरकार के आधिकारिक सार्वजनिक बयान को श्वेत पत्र (white paper) कहा जाता है. इसे किसी विषय विशेष पर सरकार का वास्तविक तथ्यों पर आधिकारिक सार्वजनिक बयान (रिपोर्ट) माना जाता है. अलग-अलग देशों में इस प्रकार के सरकारी दस्तावेज को अलग-अलग नाम से जाना जाता है, जैसे ब्रिटेन में ऐसा प्रकाशन ‘ब्लू बुक’ के नाम से जाना जाता है.