नई दिल्ली। दुनिया का सबसे सस्ता देश है दक्षिण अफ्रीका. वहीं अगर भारत की बात करें, तो इसे दूसरा स्थान मिला है. यानि कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे सस्ता देश है और यहां कम पैसों में भी आसानी से रहा जा सकता है.
महंगाई को लेकर परेशान लोगों के लिए कहीं न कहीं ये राहत की खबर है कि अगर दुनिया के दूसरे देशों से हम तुलना करें तो भारत काफी सस्ता है. यहां तक कि पड़ोसी देश पाकिस्तान, नेपाल, चीन, बांग्लादेश, म्यांमार और अफगानिस्तान तक भारत के मुकाबले महंगे हैं.
दुनिया के सस्ते देशों को लेकर हाल ही में 112 देशों के बीच सर्वे कराया गया था, जिसके बाद जो आंकड़े निकलकर सामने आए, उसमें दक्षिण अफ्रीका पहले स्थान पर रहा है. दूसरा नंबर भारत का है. उपभोक्ता सामान और ग्रॉसरी की कीमतों के मुताबिक भारत दूसरा सबसे सस्ता देश है. सर्वेक्षण में स्थानीय क्रयशक्ति सूचकांक, किराया सूचकांक, ग्रॉसरी सूचकांक और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मानकों के आधार पर रैंकिंग की गई है.
ये सर्वे गो बैंकिंग रेट्स ने किया है. दुनिया के 50 सबसे सस्ते देशों में किराया सूचकांक में भारत दूसरे स्थान पर है. वहीं पहले स्थान पर रहने वाले दक्षिण अफ्रीका में स्थानीय क्रय शक्ति अधिक है और वस्तुओं और सेवाओं की कीमत कम है. सबसे बड़े शहर केपटाउन में प्रति व्यक्ति प्रति माह खर्च चार सौ डॉलर से भी कम है.
नेपाल में किराया सूचकांक सबसे कम
वैसे तो सस्ते देशों की लिस्ट में नेपाल का स्थान 28वां है, लेकिन अगर किराया सूचकांक की बात करें, तो नेपाल पहले स्थान पर है. यानि कि वहां मकान किराया सूचकांक सबसे कम है. पाकिस्तान की रैंक 14, बांग्लादेश की रैंक 40 है. कोलंबिया 13वें स्थान पर है.
भारत के हालात
सर्वे के मुताबिक, 125 करोड़ की आबादी वाला भारत दुनिया के 50 सबसे सस्ते और ज्यादा आबादी वाले देशों में से एक है. यहां प्रमुख उद्योग कपड़ा, रसायन और खाद्य प्रसंस्करण हैं. इसके अलावा भारत के कई शहरों स्थानीय क्रयशक्ति भी अधिक है. सर्वेक्षण की मानें, तो भारतीयों की स्थानीय क्रयशक्ति 20.9% सस्ती, किराया 95.2% सस्ता, ग्रॉसरी की कीमत 74.4% सस्ती और स्थानीय सामान और सेवाएं 74.9% सस्ती है.