डमरू बजाते हुए अापने मदारी को तो देखा ही होगा. लेकिन यहां न तो डमरू बजा है और न ही हकीकत में कोई मदारी है, लेकिन ये राजनीति है यहां बिना मदारी के डमरू बजाए ही पूरे खेल हो जाते है और इसका रोमांच मुफ्त में ही जनता जनार्दन लेती रहती है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है- हां मैं मदारी हूं जो डमरू बजाता है और बिजली का बिल जीरो हो जाता है. हां मैं मदारी हूं जो गरीबों के लिए घर बनाता है.

शिवराज सिंह चौहान

मध्य प्रदेश: ये जवाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के कांग्रेसी नेता कमलनाथ को दिया है. दरअसल राज्य सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे रोजगार मेले को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ से मीडिया ने सवाल पूछे तो उन्होंने कहा – ‘ ये कलाकारी और गुमराह करने वाली बात है. किसी चीज का बजट नहीं है. आज ही यह बात सामने आई है कि घोषणाओं को पूरा करने के लिए बजट है न पैसा है. ये तो एक मदारी की तरह आप घोषणाएं कर लें,  इससे लोगों को क्या तसल्ली होगी. एक बार फिर प्रदेश के नौजवानों को नए तरीके से ठगने का प्रयास है.’

कमलनाथ

कमलनाथ के बयान का करारा जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने उनपर पलटवार करते हुए कहा कि हां मैं मदारी हूं जो डमरू बजाता है और बिजली का बिल जीरो हो जाता है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि मैं मदारी हूं जो गरीबों के लिए घर बनाता है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि मैंने इस बीमारू राज्य को विकसित राज्य बनाया है. उन्होंने कहा कि जबतक मैं जिंदा हूं प्रदेश में कोई असहाय महसूस नहीं कर सकता है,