पिथौरा. ब्लॉक के ग्राम अमलीडीह में एक ऐसी घटना हुई, जिसने अंचल सहित प्रदेश के लोगों के मन में संवेदना की भावना प्रकट कर दी और लोग बढ़-चढ़कर सहयोग करने लगे. दरअसल पिथौरा ब्लॉक के ग्राम अमलीडीह के ग्रामीण दुर्गेश देवदास रोजी मजदूरी कर जीवन यापन करता है. उनका दो साल का बेटा नितिन देवदास खेलते समय गर्म तेल में बुरी तरह झुलस गया, जिसके बाद परिवारजनों ने उन्हें कालड़ा बर्न हॉस्पिटल रायपुर में भर्ती कराया, जहां खर्चा बहुत आ रहा था. पिता अपनी घर बेचने की तैयारी कर ली थी. इसकी जानकारी मिलते ही समाजसेवी की पहल पर लोगों ने मदद के लिए हाथ आगे बढाया.

रोज बच्चे के इलाज के लिए हजारों रुपए की आवश्यकता पड़ती थी. अपने पुत्र की जान बचाने पिता ने अपना मकान बेचने की तैयारी कर ली थी. वहीं इस घटना की जानकारी पिथौरा नगर के समाजसेवी व अधिवक्ता आकाश अग्रवाल को हुई. जानकारी मिलते ही अग्रवाल ने बच्चे के इलाज के लिए सहयोग करने एक विशेष पहल की शुरुआत की, जिससे अंचल सहित प्रदेश व पड़ोसी प्रदेशों के लोगों ने समाजसेवी आकाश अग्रवाल के सेवाभावी के चलते बेझिझक बच्चे के इलाज के लिए सहयोग किया.

बच्चे के परिजनों को सौंपे साढ़े चार लाख रुपए

समाजसेवी आकाश अग्रवाल ने निस्वार्थ भाव से तन मन धन लगाकर बच्चे के इलाज के लिए सहयोग करने की अपील की, जिससे उनकी मेहनत रंग लाई और लोगों ने सहयोग करना प्रारंभ किया. समाजसेवी आकाश अग्रवाल की इस पहल से 2 साल के बच्चे नितिन देवदास के इलाज के लिए अब तक कुल 4 लाख 50 हजार की राशि एकत्र हो चुकी है, जिसे समाजसेवी ने इष्ट मित्रों के सहयोग से उक्त बच्चे के परिजनों को सौंपा. इस पहल के चलते 2 वर्षीय बालक का उपचार कालड़ा बर्न हॉस्पिटल में जारी है.

समाजसेवी अग्रवाल युवाओं को सहयोग कर करते हैं प्रोत्साहित

समाजसेवी आकाश अग्रवाल ने परिवारजनों को आश्वासन दिया है कि बच्चे के इलाज में जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी हम करेंगे. आपको बता दें कि समाजसेवी आकाश अग्रवाल ने कोरोना काल में भयंकर कोरोना संक्रमण के बीच लोगों को सेवा पहुंचाई है. कोरोना काल में ऑक्सीजन से लेकर गाड़ी, दवाई तक व्यवस्था कराई थी. पिथौरा क्षेत्र में अग्रवाल निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा सहयोग के लिए सदैव तत्पर रहते हैं. साथ ही खेल प्रतिभाओं, बच्चों युवाओं के कला को उभारने सहयोग कर उन्हें प्रोत्साहित करते रहते हैं. अग्रवाल के इस सार्थक प्रयास से 2 वर्षीय बालक नितिन देवदास का उचित उपचार हो पा रहा है.