पकंज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा. जिले के मेटापाल बालक आश्रम में पढ़ने वाला चौथी कक्षा के छात्र हरीश पोडियाम ने शनिवार रात आश्रम में दम तोड़ दिया है. बताया जा रहा है कि छात्र हरीश उल्टी दस्त से ग्रसित चल रहा था,लेकिन इस पूरे मामले पर आश्रम प्रबंधन सोया हुआ था और ध्यान नहीं दे रहा था. जिसका खामियाजा बच्चे को अपनी जान देकर गंवानी पड़ी है. जब बच्चे की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी तब उसे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया. बच्चे की मौत बाद ये सवाल सभी के मन में उठ रहा है. लोग आश्रम प्रबंधन की लापरवाही को बच्चे की मौत का कारण मान रहे हैं.
इसके बाद मामला पूरी तरह प्रकाश में तब आता है जब छात्रावास के अधीक्षक दीपक ठाकुर बच्चे को लेकर दन्तेवाड़ा मृत अवस्था मे पहुंचते हैं. जानकारी मिलते ही जनता कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचते हैं. जहां वे इस पूरी घटना की जानकारी सहायक आयुक्त और दंतेवाडा तहसीलदार को देते हैं. तब जाकर आयुक्त परिजनों को 10 हजार रूपए की आर्थिक मदद करते हैं.
लेकिन इस पूरे मामले ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं. क्योंकि इस मामले की जानकारी शिक्षा विभाग को भी नहीं मिल पाई है. मतलब छात्रावास ने पूरे मामले को लेकर जो गैर जिम्मेदार रवैया अफनाया गया इसका अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं.
इधर पूरे मामले को लेकर सहायक आयुक्त आनंद सिंह ने भी कहा है कि लापरवाही हुई है. मामले की जांच की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि आखिर बच्चे का इलाज क्यों नहीं हुआ.