प्रतीक चौहान (93291-11133). रायपुर. भाजपा के जिस कद्दावर नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य कई नेताओं के साथ अपने सोशल मीडिया अकाउंट में तस्वीरें शेयर की है, भला उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की हिमाकत कौन करेगा! ऐसे आदेश को Ignore करने में ही भलाई है… शायद ऐसी ही कुछ सोच अंबिकापुर के तहसीलदार ने रखी हो.

यही कारण है कि 117 एकड़ के जमीन के खेल में आयुक्त ने 8 बार तहसीलदार को पत्र लिखकर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए, लेकिन उनके आदेश को तहसीलदार ने हर बार इगनोर करने में ही भलाई समझी. इसके बाद 8 वीं बार फिर आयुक्त ने रिमाइंडर भेजा. लेकिन 4 महीने बीत जाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.


ये पूरा मामला अंबिकापुर के कद्दावर भाजपा नेता आलोक दुबे (Alok Dubey)और उनके परिवार से जुड़ा हुआ है. ग्राम फुंदुरडिहारी के खसरा नंबर 423, 424, 425, 427 और 430 को लेकर जांच के बाद आयुक्त ने एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे. मामला हाईकोर्ट पहुंचा, लेकिन वहां भी भाजपा नेता को राहत नहीं मिली. जिसके बाद पुनः पत्र लिख एफआईआर कराने की बात कही गई. ये पत्र पहली बार वर्ष 2019 में लिखा गया था.
उक्त भूमि पर अब होटल और मकान निर्माण कराएं जाने की बात उक्त आदेश में कही गई है. आरटीआई से सामने आए दस्तावेज ये बताते है कि आयुक्त ने अपने पत्र में ये कहा है कि एक माह के भीतर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अवगत कराने हेतु लेख किया गया था. इस कार्यालय के पत्र क्रमांक 626 दिनांक 21. 02.2019 पत्र क्रमांक 2415 दिनांक 29.08.2019, पत्र क्रमांक 337 दिनांक 10.02.2020, पत्र क्रमांक 2530 दिनांक 11.12.2020, पत्र क्रमांक 2686 दिनांक 25.10.2021, पत्र क्रमांक 3534 दिनांक 02.02.2022 एवं पत्र 651 दिनांक 13.05.2022 को स्मरण पत्र जारी किया गया है. परन्तु आपके द्वारा कोई जानकारी नहीं दिया गया. अतः आपको पुनः निर्देशित किया जाता है कि उपरोक्त संदर्भित पत्रानुसार, नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अवगत कराना सुनिश्चित करें.
हालांकि इस 8 वीं बार रिमांडर के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई उक्त भाजपा नेता के खिलाफ नहीं हुई है.
