छिंदवाड़ा, शरद पाठक। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में बीते दिनों ककराही गांव में पत्थरों के नीचे दबे मिले नवजात की स्थिति नाजुक बताई जा रही है. अज्ञात लोग पत्थर के नीचे दबाकर चले गए थे. जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ऑक्सीजन सपोर्ट में होने की वजह से नवजात का एक्स-रे भी नहीं हो पा रहा है.

बता दें कि ककराही गांव में सोमवार को नानू पवार के खेत के किनारे खेल रहे बच्चों को एक नवजात के रोने की आवाज सुनाई पड़ी थी. बच्चों ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने देखा कि करीब 70 किलो वजन के पत्थर के नीचे एक नवजात मिट्टी में दबा मिला. ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की मदद से बच्चे को निकाला और प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. चीटियों ने काट कर नवजात को घायल कर दिया था.

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पत्थर के वजन के चलते नवजात का एक हाथ भी फ्रैक्चर हो गया. फिलहाल जिला अस्पताल में बच्चा ऑक्सीजन सपोर्ट पर है. हालत नाजुक होने की वजह से एक्स-रे भी नहीं हो पा रहा है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर ने बताया कि बच्चे के नाक और मुंह में मिट्टी भर चुकी थी, जिसे साफ करके जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

पुलिस को शक है कि अवैध संबंधों के चलते बच्चे का जन्म हुआ होगा. करतूत छिपाने के लिए बच्चे को मिट्टी में दबाकर पत्थर रख दिया गया होगा. इस संबंध में मोहखेड़ पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.

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