धीरज दुबे,कोरबा. पीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके के विवादित बयान का हंगामा शांत नहीं हुआ था, कि कांग्रेस एक बार फिर विवाद में फंस गई है. ताजा मामला कोरबा विधानसभा के संकल्प शिविर का है. जहां बीजेपी ने कांग्रेस पर संकल्प शिविर के स्थान को लेकर एतराज जताया है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने संकल्प शिविर का आयोजन बिना अनुमति लिए ही कर लिया है. आपको बता दें कि कांग्रेस ने अपने शिविर का आयोजन जिस ऑडीटोरियम में किया. उसका लोर्कापण अब तक नहीं हुआ है. नगर निगम के अनुसार ऑडीटोरियम का लोर्कापण मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह आगामी 19 मई को करेंगे.

हालांकि महापौर ने इस संबंध में नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखा था. लेकिन निगम ने लोकार्पण नहीं होने का हवाला देते हुए इस्तेमाल की अनुमती देने से इंकार कर दिया था. पत्र के संबंध में निगम अधिकारियों ने स्पष्ट लिखा है कि 19 मई को इंदिरा स्टेडियम परिसर में बने ऑडिटोरियम का लोर्कापण किया जाना है और लोर्कापण के बाद ही आरक्षण की अनुमती दी जाएगी. बावजूद इसके कांग्रेस ने इसी ऑडीटोरियम में संकल्प शिविर का आयोजन किया. जिस पर बीजेपी ने आपत्ती जताई है.

 

बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस ने अपने संकल्प शिविर का आयोजन उस ऑडोटोरियम में किया है. जिसका लोकार्पण अब तक नहीं हुआ है. ऐसे में नगर पालिका निगम के नेताप्रतिपक्ष योगेश जैन ने निगम आयुक्त को पत्र लिख कर कांग्रेस शहर अध्यक्ष,कोरबा विधायक  और महापौर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. इसी संबंध में  झुग्गी-झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश सदस्य मनोज पाराशर ने बताया कि यह शासकीय संपत्ति है. इस प्रकार इसका जबरिया उपयोग किया जाना अपराध की श्रेणी में आता है. बीजेपी ने मामले में नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है.

 

मामले में कोरबा सांसद बंसीलाल महतो ने भी आपत्ती जताई है, महतो ने कहा निगम में स्थित कोई संपत्ति कांग्रेस की भूमि नहीं है, महापौर द्वारा इसका उपयोग सार्वजनिक हित मे किया जाता तो स्वागत है. लेकिन पार्टी के कार्यक्रम हेतु बिना अनुमति के आयोजन करना आपत्ति जनक है.हम कार्रवाई की मांग करते है.

आयुक्त ने दिए जांच के आदेश

वहीं नगर निगम आयुक्त रणबीर शर्मा  ने मामले को संज्ञान में लिया है और कहा है कि ऑडिटोरियम में कार्यक्रम के लिए कोई अनुमति प्रदान नहीं कि गई थी, संबंधितों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. इस पूरी घटना की जानकारी के लिए और कांग्रेस का पक्ष जानने के लिए  कांग्रेस के शहर अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद से संपर्क भी किया लेकन उनसे संपर्क नहीं हो सका है. साथ ही विधायक जयसिंह अग्रवाल ने पत्र मिलने के बाद ही किसी तरह के टिप्पणी करने की बात कही है. चूंकि मामला नगर निगम का है इसलिए हमने निगम अभियंता से भी संपर्क किया पर उन्होंने फाइल देखने के बाद ही कुछ जानकारी देने की बात कही है.