जीपीएम, गौरव जैन. मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. घटना जिले के पेन्ड्रा ब्लॉक के झाबर गांव की है. जहां गांव के निवासी नीरज मरावी की दीवार गिर जाने के कारण मृत्यु हो गई थी. घटना के बाद साथियों की मदद से मृतक को पेन्ड्रा सामुदायिक अस्पताल ले जाया गया था. जहां अस्पताल प्रबंधन ने शव वाहन और कफन के बिना ही परिजनों को शव सौंप दिया.

बता दें कि, गांव में ही कच्चे मकान को तोड़ने के लिए ठेके पर कार्य करने वाले नीरज मराबी पर मकान की दीवार गिर जाने के बाद उसे घायल अवस्था इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था. जहां उसकी मौत हो गई थी. जिसके बाद मृत नीरज के शव को परिजन ऑटो की फर्श में पोस्टमार्टम के लिए लेकर आए.

वहीं इस मामले में अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही सामने आई है. जहां मृतक के शव को बिना शव वाहन और कफ़न के परिजनों को सौंप दिया गया. शव वाहन ना मिलने के कारण परिजन पर्सनल साधन से 1500 रुपये किराया देकर पोस्टमार्टम के लिए लेकर गए.

नए सीएमएचओ प्रभात चंद्र प्रभाकर ने कहा कि, यह घटना संज्ञान में आई है. जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.